बिजली के कटों से किसान परेशान, यमुनानगर में सुप्रिटेंडेंट इंजीनियर के ऑफिस में जड़ा ताला
यमुनानगर/तिलक भारद्वाज: बिजली कटों से बेहाल किसान आज यमुनानगर में विद्युत विभाग के सुप्रिटेंडेंट इंजीनियर के कार्यालय पर पहुंचे। गुस्साए किसानों ने बिजली मंत्री के खिलाफ नारेबाजी के साथ साथ कार्यालय पर ताला जड़कर किसान यूनियन का झंडा लगा दिया। हालात को देखते हुए पुलिस बल मौके पर मौजूद रहा। किसानों ने साफ कर दिया कि जब तक उनको बिजली नहीं मिलेगी तब तक वो यहां से नहीं उठेंगे। हालांकि हालात को देखते हुए मौके पर पुलिस बल भी मौजूद रहा लेकिन किसानों ने कहा कि वह कार्यालय के बाहर बैठेंगे और बिजली की मांग को लेकर अपना धरना प्रदर्शन करते रहेंगे। बिजली के कटों से परेशान किसानों ने कहा कि बिजली के कट लगने से किसानों की फसलें बर्बाद हो रही हैं। फसलों को भारी गर्मी में पानी नहीं मिल पा रहा है। इसके चलते उनकी फसलें बेजान हो रही हैं। पानी ना मिलने के कारण गन्ना व मक्का सूखने की कगार पर है और जो शेड्यूल विद्युत विभाग ने जारी किया था उसके अनुसार भी लोगों को बिजली नहीं मिल रही। बता दें कि देश के अन्य राज्यों की तरह हरियाणा भी बिजली संकट से जूझ रहा है। हरियाणा पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (Haryana Power Corporation Limited) के अधिकारियों ने गुरुवार को बताया था कि पूरे हरियाणा में बिजली की अधिकतम मांग बुधवार को लगभग 9 हजार मेगावाट तक पहुंच गई है, जबकि आपूर्ति में लगभग 1,500 मेगावाट की कमी आई है। अधिकारियों के अनुसार, हरियाणा की औसत मांग साल के इस समय लगभग 7 हजार मेगावाट रहती है। दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम (DHBVN) के अधिकारियों ने बताया कि गुरुवार शाम तक पूरे गुरुग्राम में चार से छह घंटे बिजली कटौती की गई, हालांकि, कोई भी बिजली अधिकारी खुलकर बोलने को तैयार नहीं था। हरियाणा के बिजली मंत्री रणजीत सिंह ने कहा कि अगले पांच दिनों में प्रदेश में बिजली समस्या का निराकरण कर लिया जाएगा। इस समय प्रदेश में सात हजार मेगावट बिजली की सप्लाई की जा रही है। मांग के अनुसार 500-600 मेगावाट का अंतर है। इस अंतर को पूरा करने का प्रयास जारी है।