नौकरी का झांसा देकर लोगों को ठगने वाले 2 आरोपी गिरफ्तार, 45 लोगों को बना चुके हैं ठगी का शिकार
कुरुक्षेत्र/तिलक भारद्वाज: पीडब्ल्यूडी में नौकरी लगाने के नाम पर युवाओं से ठगी करने वालों दो लोगो को इकनॉमिक सेल की टीम ने गिरफ्तार किया है। जिन्होंने एक दो नहीं बल्कि 45 लोगो को नौकरी का झांसा देकर उनसे 15 लाख रुपए ठग लिए। पकड़े गए दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर एक दिन के रिमांड पर लिया गया है। आरोपियों में एक ट्रक ड्राइवर और दूसरा पेशे से मजदूर है। खुद को पीडब्ल्यूडी विभाग का कर्मचारी बता कर और उन्हें आईकार्ड दिखाकर उनका विश्वास जीत लेते थे। नौकरी लगवाने के नाम पर किसी से 30 हजार तो किसी से डेढ़ लाख रुपए तक लिए गए। इस मामले में तेलीपुरा निवासी गुरमेल उर्फ गुरनाम, अंबाला के गांव गगनपुर निवासी रामकुमार को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। गुरमेल पेश से ट्रक ड्राइवर है। वहीं, रामकुमार मजदूरी करता है। इकोनॉमिक सेल की टीम ने आरोपियों को गिरफ्तार कर रिमांड पर लिया है। सेल इंचार्ज सोमवती ने बताया कि दोनों आरोपियों ने अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर 45 युवाओं को पीडब्ल्यूडी में नौकरी का झांसा दिया। इन 45 लोगों से करीब 15 लाख रुपए ठग लिए। उन्होंने बताया कि जगाधरी शहर थाना पुलिस को विजय नगर कॉलोनी निवासी अमर सिंह ने शिकायत दी थी। शिकायतकर्ता ने बताया कि उसके मामा रामकुमार ने उसे कहा था कि गुरमेल ने उसे पीडब्ल्यूडी में नौकरी लगवाई है और उसे भी नौकरी का झांसा दिया। नौकरी के बदले 1.80 लाख रुपए ले लिए। 50 हजार रुपए एडवांस में देने की बात कही। 11 जनवरी 2021 को उसने उन्हें 35 हजार रुपए एडवांस दे दिए थे और 15 हजार बाद में देने की बात कही। बाद में उसने 15 हजार रुपए और दे दिए थे। बाद में आरोपी कहने लगे कि विभाग में क्लर्क की पोस्ट है। उस पर वेतन 50 हजार होगा। अगर कलर्क की नौकरी चाहिए तो एडवांस में 1.20 लाख देने होंगे। इस पर उसने 69 हजार रुपए और दे दिए। वह 1.19 लाख रुपए उन्हें दे चुका था। उन्होंने आरोपियों के झांसे में आकर अपने साले विपिन को नौकरी लगवाने के 60 हजार एडवांस और मौसी के बेटे साहिल को नौकरी लगवाने के नाम पर 50 हजार एडवांस दिए थे। वहीं उसकी पत्नी को नौकरी लगवाने के नाम पर 45 हजार एडवांस लिए थे। आरोपी लगातार उनसे वह नौकरी लगवाने के नाम पर 1.90 लाख रुपए दे चुका था, लेकिन नौकरी नहीं मिली। जब उसने अपने मामा से उसकी नौकरी के बारे में पूछा तो उसने भी कुछ नहीं बताया। उन्हें बाद में पता चला कि गुरमेल ने कई लोगों को नौकरी का झांसा देकर ठगा हुआ है। उन्होंने उससे अपने पैसे मांगे, लेकिन पैसे नहीं दिए। 10 जुलाई को इसको लेकर सरस्वती नगर में पंचायत हुई। वहां पर उसने लिखित में दिया कि वह पैसे वापस कर देगा, लेकिन इसके बाद भी आरोपियों ने पैसे नहीं लौटाए। इसके बाद उन्होंने पुलिस में धोखाधड़ी का केस दर्ज करवाया।