20 पहले आज ही के दिन संसद भवन पर हुआ था कायराना हमला, ये आतंकी था मास्टरमाइंड
नेशनल डेस्क: आज ही के दिन 20 साल पहले पाकिस्तान (pakistan) से आए पांच आतंकियों ने लोकतंत्र के मंदिर यानि संसद भवन (Parliament house) में खून की होली खेलने की कोशिश की थी, लेकिन भारत के जांबाज सपूतों ने अपनी जान की बाजी लगाकर आतंकियों के इन मंसूबों को नाकाम कर दिया था। आज संसद भवन पर हुए हमले की 20वीं बरसी है।
आतंकी हमले की जांच में सामने आया कि इसका मास्टरमाइंड अफजल गुरु था जो पाक अधिकृत कश्मीर के मुजफ्फराबाद में आईएसआई के कैंप में ट्रेनिंग भी ले चुका था। उसे ये काम जैश-ए-मोहम्मद के गाजी बाबा ने सौंपा था। जांच में यह भी साफ हुआ कि मारे गए पांचों आतंकी पाकिस्तानी नागरिक थे।
[caption id="attachment_557868" align="alignnone" width="300"] हमले के दौरान मोर्चा संभाले हुए जवान( फाइल फोटो)[/caption]
हमले के दौरान की गई अंधाधुंध फायरिंग में कईं जवान शहीद हो गए और उन्हें आज भी याद किया जाता है। वहीं साल 2001 में हुए पार्लियामेंट हमले की 20वीं बरसी के मौके पर प्रधानमंत्री, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत कईं नेताओं ने शहीदों को याद करते हुए श्रद्धांजलि दी है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने शहीदों को प्रेरणा बताते हुए कहा, " मैं उन सभी सुरक्षाकर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं जो 2001 में संसद हमले के दौरान कर्तव्य के दौरान शहीद हुए थे। राष्ट्र के लिए उनकी सेवा और सर्वोच्च बलिदान हर नागरिक को प्रेरित करता है।" इसके साथ ही नितिन गड़करी, पीयूष गोयल ने इस आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी।
संसद हमले की कहानी पाकिस्तान से आए ये आतंकी संसद भवन के अंदर घूसकर जनप्रतिनिधियों को निशाना बनाने के मंसूबे लेकर हथियारों से लैस होकर आए थे, लेकिन देश के जवान इनके आगे चट्टान बनकर खड़े हो गए। उस वक्त देश में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार थी और संसद का शीतकालीन सत्र चल रहा था। 13 दिसंबर 2001, सुबह तक सब कुछ सामान्य था। संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हो चुका था। विपक्षी सांसद ताबूत घोटोले को लेकर कफन चोर...गद्दी छोड़, सेना खून बहाती है...सरकार दलाली खाती है के नारे लगाकर राज्यसभा और लोकसभा में हंगामा काट रहे थे। हंगामे के चलते सदन को 45 मिनट के लिए स्थगित कर दिया गया था। प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी संसद से घर की ओर जा चुके थे। हालांकि, उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी समेत अन्य सांसद संसद में ही मौजूद थे। [caption id="attachment_557869" align="alignnone" width="300"]