हिमाचल सरकार के पास बजट से ज्यादा है कर्ज, 74,622 करोड़ का चढ़ गया लोन
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज अपनी सरकार और अपना पहला बजट पेश किया। हालांकि 29 मार्च को इसे पारित किया जाएगा।
ब्यूरो: हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज अपना पहला बजट पेश किया। इस दौरान उन्होंने कई बड़ी घोषणांए भी की। वजट में हर वर्ग को खुश करने का प्रयास किया गया। ऐसे में अब चिंता की बात तो यह है कि इस बार के बजट से प्रदेश में और कर्ज चढ़ गया है।
आपको बता दें कि इस बार का बजट 53 हजार 413 करोड़ का था। लेकिन इसमें 6170 करोड़ का चल रहा है। आंकड़ों के मुताबिक अब हिमाचल प्रदेश में जो भी बच्चा जन्म लेगा उसे एक-एक लाख से ज्यादा का कर्ज विरासत में पहले से ही मिल रहा है।
हालांकि वर्ष 1970 में पहला बजट आया था। जो 80.18 करोड़ का था। संसद में दिसंबर महीने के साल 1970 को हिमाचल राज्य अधिनियम पास हुआ। जिसके बाद 25 जनवरी 1971 को हिमाचल प्रदेश देश का 18वां राज्य बना। जिसके अनुसार 25 जनवरी 1971 को हिमाचल प्रदेश देश का 18वां राज्य बना। जिसके बाद पूर्ण राज्य का दर्जा मिलने के बाद तब वित्त वर्ष 1971-72 में प्रदेश का पहला बजट 80.18 करोड़ रुपए का पेश किया गया था।
ऐसे में अब प्रदेश में हालात लगातार खराब होते जा रहें हैं। सरकार को पुराने कर्ज चुकाने के लिए भी कर्ज लेना पड़ रहा है। इसी कड़ी के चलते प्रदेश में मौजूदा सरकार को आते ही कर्ज लेना पड़ा था।