बीरभूम हिंसा मामले की जांच के लिए गांव पहुंची सीबीआई की टीम, 21 लोगों पर FIR दर्ज
पश्चिम बंगाल में बीरभूम हिंसा Birbhum Violence Case मामले की जांच के लिए केंद्रीय जांच ब्यूरो की फोरेंसिक टीम रामपुरहाट इलाके के गांव पहुंच गई है। बीरभूम हिंसा मामले की जांच के लिए डीआईजी अखिलेश सिंह के नेतृत्व में सीबीआई (CBI) टीम सीएफएसएल (CFSL) टीम के साथ रामपुरहाट इलाके के बग्तुई गांव (Bogtui village) पहुंचकर जांच में जुटी है।
शुक्रवार को कलकत्ता हाईकोर्ट के आदेश के कुछ घंटे बाद ही सीबीआई ने पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में आठ लोगों की हत्या के मामले में जांच की जिम्मेदारी संभाल ली थी। सीबीआई ने शनिवार को पश्चिम बंगाल में बीरभूम हिंसा मामले में धारा 147, 148, 149 और अन्य धाराओं के तहत 21 लोगों को आरोपी बनाया है।
शनिवार को सीबीआई के टीम के सदस्यों ने इस मामले की जांच के लिए गठित एसआईठी के अधिकारियों से कागजात ग्रहण किए। इसके साथ ही बगटुई गांव की सुरक्षा सख्त कर दी गई है। बीरभूम में रामपुरहाट के बग्तुई गांव में आईजी भरत लाल मीणा पहुंचे हैं तथा सीबीआई के वरिष्ठ अधिकारी भी गांव पहुंच चुके हैं। आशंका जताई जा रही है कि स्थानीय पंचायत के टीएमसी नेता व उप-प्रधान भादू शेख की हत्या के बाद बदला लेने के लिए घरों में आग लगाई गई।
बता दें कि पश्चिम बंगाल के बीरभूम में टीएमसी नेता की हत्या के बाद सोमवार देर रात हिंसा भड़क गई थी। यहां भीड़ ने 10-12 घरों के दरवाजे को बंद कर आग लगा दी थी। एक ही घर से 7 लोगों के शव निकाले गए थे। भड़की हिंसा में कुल 10 लोगों की मौत हो गई थी।
जानकारी के मुताबिक बंगाल के बीरभूम जिले के रामपुरहाट में टीएमसी के उपप्रधान की हत्या का बदला लेने के लिए इस घटना को अंजाम दिया गया था। पुलिस ने इस मामले में अनीरूल हुसैन को गिरफ्तार किया था। सीएम ममता बनर्जी ने खुद घटना स्थल का दौरा किया था और मुआवजे का ऐलान किया था।