मंकीपॉक्स वायरस को लेकर केंद्र सरकार ने राज्यों को किया अलर्ट, जानिए क्या हैं इसके लक्ष्ण
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों को मंकीपॉक्स से सावधान रहने का निर्देश दिया है। इसके साथ ही स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंकीपॉक्स को लेकर एडवाइजरी भी जारी की है। हालांकि अभी तक भारत में मंकीपॉक्स का एक भी केस सामने नहीं आया है। कई देशों में मंकी पॉक्स के मरीज सामने आ चुके हैं। एहतिहात के तौर पर स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों को सतर्क रहने के लिए कहा है WHO के अनुसार मंकीपॉक्स एक वायरल जूनोटिक बीमारी है। ये वीमारी जानवरों से मनुष्यों में फैलती है। इसके बाद मानव से मानव में फेल सकती हैं। महाराष्ट्र सरकार ने मंकीपॉक्स से प्रभावित देशों की यात्रा करने वाले यात्रियों की 21 दिन तक कड़ी निगरानी रखने के आदेश दिए हैं। महाराष्ट्र सरकार ने कहा कि किसी भी संदिग्ध मरीज के मिलने पर स्थानीय जिला से लेकर स्वास्थ्य विभाग को देने के निर्देश दिए हैं। रिपोर्ट में मंकी पॉक्स की पुष्टि होने पर कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग की जाएगी। कॉन्ट्रेक्ट ट्रेसिंग के बाद संपर्क में आए लोगों को आइसोलेट किया जाएगा। क्या है मंकीपॉक्स मंकीपॉक्स एक जानवरों से इंसानों में फैलने वाला वायरस है, जिसमें स्मॉल पॉक्स जैसे लक्षणों होते हैं। मंकीपॉक्स वायरस एक डबल-स्ट्रैंडेड DNA virus है। ये पॉक्स विरिडे परिवार के ऑर्थो पॉक्स वायरस जीनस से संबंधित है। मंकीपॉक्स के लक्ष्ण 6 से 13 दिनों के भीतर दिखना शुरू होते हैं। इसके लक्ष्ण बुखार, तेज सिरदर्द, लिम्फ नोड्स की सूजन, पीठ दर्द, मांसपेशियों में दर्द और एनर्जी की कमी इसके मुख्य लक्ष्ण हैं। ये पहले स्मॉल पॉक्स की तरह ही नजर आते हैं। इसके साथ ही त्वचा का फटना आमतौर पर बुखार दिखने के 1-3 दिनों के भीतर शुरू हो जाता है। चेहरे और हाथ-पांव पर दाने दिखना शुरू हो जाते हैं। यह चेहरे और हाथों की हथेलियों और पैरों के तलवों को ज्यादा प्रभावित करता है।