धर्मशाला में बादल फटने से आई भारी बाढ़, कई पशु लापता...मकानों को पहुंचा नुकसान
धर्मशाला की सौकणी दा कोट पंचायत में बादल फटने से भारी नुकसान हुआ है। शुक्रवार दोपहर बाद तीन बजे इंद्रूनाग मंदिर में पचास मीटर ऊपर घुरलू नाले में यह बादल फटा। इस दौरान लोग जान बचाकर भाग निकले।
पानी का बहाव इतना तेज था कि सात दुकानें पूरी तरह बह गई। वहीं दस से ज्यादा घरों में मलबा जा घुसा। एक राशन डिपो भी मलबे से भर गया है। हालांकि घटना में किसी जानी नुकसान की सूचना नहीं है। खन्यारा में दो दुकानें, दो मकान और तीन खोखे पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं। इसके साथ ही 15 मकान और तीन दुकानों को आंशिक तौर पर नुकसान पहुंचा है। 45 भेड़ बकरियां लापता बताई जा रही हैं।
बादल फटने के बाद जैसे ही स्थानीय नाले का जलस्तर बढ़ा दुकानदार दुकानें बंद करके जान बचाकर भाग गए। पानी इतना था कि देखते ही देखते इसने बाढ़ का रूप धारण कर लिया और गाडिय़ां, ट्रांसफार्मर इसमें समा गए है। बहरहाल, अंतिम सूचना मिलने तक प्रशासनिक अमला मौके के लिए रवाना हो चुका था।
पानी के तेज बहाव में कई गाड़ियां और बाईक बह गईं। कुछ बाईक मलबे के नीचे दब हुई दिखाई दीं। दुकानों को भारी नुकसान हुआ है। पिछले कई दिनों से हिमाचल के अलग-अलग इलाकों में तेज बारिश की वजह से स्थिति बिगड़ती देखी गई है।
राज्य में 6 दिनों तक मौसम खराब रहने की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने 4 और 5 सितंबर के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। बीते 24 घंटों के दौरान नगरोटा सुरिया में 32, भराड़ी 27 और बलद्वाड़ा में 26 मिलीमीटर वर्षा हुई है।