बर्फीले तूफान में फंसने से जवान शहीद, राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार
हिसार। हिसार जिले के जामनी खेड़ा निवासी बीएसएफ में हेड कांस्टेबल सतीश कुमार जम्मू कश्मीर में बर्फीले तूफान में फंसने के कारण शहीद हो गए। उनका पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव में लाया गया और पूरे राजकीय मान सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया। [caption id="attachment_471837" align="aligncenter" width="700"] बर्फीले तूफान में फंसने से जवान शहीद, राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार[/caption] जामनी खेड़ा निवासी 47 वर्षीय सतीश कुमार पुत्र प्रेम सिंह 12वीं कक्षा की पढ़ाई पूरी करके बीएसएफ में सिपाही भर्ती हो गया था। उसने बचपन से ही सोचा था कि वह सेना में भर्ती होकर देश की सेवा करेगा। वह सेना में भर्ती होकर काफी खुश था और सन 1994 में उसकी शादी सुनीता के साथ हो गई थी। इन दिनों सतीश कुमार की पोस्टिंग जम्मू कश्मीर में थी और वह ड्यूटी के दौरान चार सिपाहियों के साथ बर्फीली चोटी पर ड्यूटी कर रहा था। [caption id="attachment_471838" align="aligncenter" width="700"] बर्फीले तूफान में फंसने से जवान शहीद, राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार[/caption] ड्यूटी करने के बाद जब वह वापिस चोटी से नीचे आ रहे थे तो वह एक बर्फीले तूफान में फंस गए और वहीं पर गिर गए। चारों सिपाहियों को ढूंढ कर नीचे लाया गया और उनको इलाज के लिए सेना के हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया। लेकिन सतीश कुमार ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। यह भी पढ़ें- CBSE की कक्षा 10 और 12 की परीक्षाओं की डेटशीट जारी यह भी पढ़ें- घोर लापरवाही! बच्चों को पोलियो के बजाए पिला दिया सैनेटाइजर [caption id="attachment_471839" align="aligncenter" width="700"] बर्फीले तूफान में फंसने से जवान शहीद, राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार[/caption] उनके पार्थिव शरीर को जम्मू कश्मीर से हवाई जहाज में दिल्ली एयरपोर्ट पर रात को लाया गया और सुबह दिल्ली एयरपोर्ट से उनको पैतृक गांव जामड़ी खेड़ा में लाया गया जहां पर उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया गया।