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भिवानी। (कृष्ण सिंह) हरियाणा विद्यालय विद्यालय शिक्षा बोर्ड की मार्च-2020 में संचालित सीनियर सैकेण्डरी (शैक्षिक) परीक्षा का परिणाम 80.34 फीसदी रहा है तथा स्वयंपाठी परीक्षार्थियों का परिणाम 64.83 फीसदी रहा है। परीक्षार्थियों की सुविधा के दृष्टिगत बोर्ड द्वारा प्रमाण-पत्र व रिजल्ट डिजीटल लॉकर में सुरक्षित रखने का निर्णय लिया गया है, जिसे आवश्यकतानुसार बोर्ड की वेबसाईट से डाउनलोड किया जा सकेगा। इससे परीक्षार्थियों को अगली कक्षा में प्रवेश लेने में परेशानी नहीं होगी।
इस परीक्षा परिणाम की घोषणा करते हुए बोर्ड अध्यक्ष डॉ. जगबीर सिंह एवं बोर्ड सचिव राजीव प्रसाद, ने संयुक्त रूप से बताया कि परीक्षार्थी अपने परीक्षा परिणाम आज 21 जुलाई को सायं 5.00 बजे बोर्ड की वेबसाईट www.bseh.org.in पर देख सकते हैं। उन्होंने बताया कि शैक्षिक परीक्षा में 86.30 प्रतिशत कामयाब लड़कियों की तुलना में 75.06 प्रतिशत ही लड़के सफलता प्राप्त कर सके हैं। इस प्रकार लड़कियों ने लड़कों से 11.24 फीसदी ज्यादा पास प्रतिशतता लेकर बढ़त हासिल की है।
अध्यक्ष ने बताया कि सीनियर सैकेण्डरी (शैक्षिक) परीक्षा में 2,12,693 परीक्षार्थी प्रविष्ठ हुए थे, जिनमें से 1,70,881 उत्तीर्ण हुए एवं 32,361 परीक्षार्थियों की कम्पार्टमेंट आयी है कम्पार्टमेंट की प्रतिशतता 15.21 रही तथा 9,451 परीक्षार्थी परीक्षा में अनुत्तीर्ण रहे हैं अनुत्तीर्ण की प्रतिशतता 04.44 रही।
सीनियर सैकेण्डरी परीक्षा के स्वयंपाठी परीक्षार्थियों का परिणाम 64.83 प्रतिशत रहा है। इस परीक्षा में 13,060 परीक्षार्थी प्रविष्ठ हुए जिनमें से 8,467 उत्तीर्ण हुए एवं 3,126 परीक्षार्थियों की कम्पार्टमेंट आयी है तथा 1,467 परीक्षार्थी अनुत्तीर्ण हुए। बोर्ड सचिव राजीव प्रसाद ने बताया कि लॉकडाउन (कोविड-19 महामारी) से पूर्व सीनियर सैकेण्डरी परीक्षा के कुछ विषयों की परीक्षाएं ही संचालित करवाई जा सकी थी। केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा अपनाई गई अंकन नीति अनुसार ही शिक्षा बोर्ड, भिवानी द्वारा भी सम्पन्न करवाए गए विषयों की परीक्षा के औसत अंकों के आधार पर अंक माने गए हैं तथा तदानुसार ही परिणाम निकाला गया है।
उन्होंने आगे बताया कि यदि कोई परीक्षार्थी घोषित हुए परिणाम से संतुष्ट नहीं है तो वह बोर्ड की आगामी होने वाली परीक्षा में आंशिक अंक सुधार कर सकता है, जिसके लिए परीक्षार्थी को दो अवसर दिए जाएगें। उन्होंने बताया इसमें किसी भी प्रकार की तकनीकी खराबी/त्रुटि के लिए बोर्ड कार्यालय जिम्मेवार नहीं होगा। उन्होंने बताया कि स्वयंपाठी परीक्षार्थियों के साथ-साथ विद्यालयी परीक्षार्थियों का परिणाम अनुक्रमांक के आधार पर लिया जा सकता है।
---PTC NEWS----