यूक्रेन में तबाही का मंजर देख 3 देशों से होता हुआ भारत पहुंचा करनाल का सौरभ, बताया कैसे बमबारी के बीच बचाई जान
Russia Ukraine War: यूक्रेन में मौत का मंजर देख करनाल निवासी सौरभ 3 देशों से होते हुए वतन लौटा। सौरभ करनाल के सेक्टर-6 का रहने वाला है। सौरभ पहली मार्च की रात करनाल स्थित घर पहुंचा। यूक्रेन पर हमला होते ही सौरभ ने अपनी समझादारी का परिचय देते हुए वहां से निकलने का रास्ता खोजा। सौरभ ने बताया कि भारी बमबारी और गोलीबारी के बीच हमने एक बस को बुलाया, लेकिन बस ड्राइवर ने आने से मना कर दिया। इसके बाद एक टैक्सी ड्राइवर से संपर्क किया गया। कई गुना अधिक किराया देकर टैक्सी के जरिए मालवा पहुंचे औऱ वहां से रोमानिया। इसके बाद ऑपरेशन गंगा के तहत चलाई जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट के जरिए रोमानिया से वापस भारत लौटे। सौरभ साउथ रिजन के ओडेसा में तीन साल से मेडिकल की पढ़ाई कर रहा था। सौरभ ने बताया कि मालदवा के जनरल और लोगों ने उनकी बॉर्डर पर काफी मदद की। टैक्सी का किराया भी नहीं लिया। वहां के लोगों ने ही रोमानिया के लिए बस की व्यवस्था की। वहां से सरकार के तरफ से भेजी फलाइट में आए। पौलेंड में बच्चों को पीटा जा रहा था। वहां पर इस समय बर्फ पड़ रही है। यूक्रेन में फंसे बच्चों को वहां से निकलने की व्यवस्था पुख्ता होनी चाहिए। मौके पर एंबेंसी का कोई व्यक्ति मौजूद होना चाहिए। सौरभ ने बताया कि अब यूनिवर्सिटी ने दोबारा से ऑनलाइन पढ़ाई शुरू करवा दी है। टर्की यूक्रेन में पढ़ाई कर रहे बच्चों के लिए एक योजना पर चर्चा कर रहा है। सौरभ की मां सीमा ने बताया कि सब बच्चों के लिए प्रार्थना है कि सब घर वापस आ जाएं। हम लगातार फोन से बेटे के संपर्क में थे। हर आधे घंटे में बात होती थी। हमारा बच्चा आ गया हम खुश हैं। जो वहां पर बचे हैं उनको भी सरकार बाहर निकाले। जिन बच्चों की पढ़ाई यूक्रेन में अधूरी छूट गई है उनकी आगे की पढ़ाई भारत सरकार यहीं करवाए।