'द कश्मीर फ़ाइल' पर बोले सीएम जयराम ठाकुर, कहा: मैं हूं कश्मीरी पंडितों के साथ हुए घटनाक्रम का चश्मदीद
कश्मीरी पंडितों के पलायन पर बनी फिल्म 'द कश्मीर फ़ाइल' देशभर में चर्चा का विषय बनी हुई है। अधिकतर राज्यों ने इसे टैक्स फ्री कर दिया है। 1989-1990 के दौरान कश्मीरी पंडितों के पलायन के दर्द को दर्शाती इस फ़िल्म पर देशभर से अलग अलग प्रतिक्रियाएं सामने आ रहे है।
फिल्म के बारे में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बताया कि 'द कश्मीर फ़ाइल' कश्मीरी पंडितों के दर्द को बयान करती है। उन्होंने बताया कि वह उस घटनाक्रम के चश्मदीद गवाह है क्योंकि मैं उस दौरान चार से पांच साल तक जम्मू कश्मीर में ही था। कश्मीरी पंडितों को अपना सब कुछ छोड़ कर जाना पड़ा था। करोड़पति कश्मीरी पंडित रोड़ पर आ गए थे। कई कश्मीरी पंडितों की हत्या कर दी गई थी।
सीएम ने कहा कि फ़िल्म से पहले जब अनुपम खेर शिमला आए थे तो उन्होंने 'द कश्मीर फ़ाइल' का जिक्र भी उनके साथ किया था। हालांकि अभी उन्होंने फिल्म नहीं देखी है बाबजूद इसके फ़िल्म में उस घटना की असलियत को बताया गया है। हिमाचल में कश्मीर फ़ाइल को टैक्स फ्री कर दिया है, ताकि अधिक से अधिक लोग फ़िल्म देख सकें।
उधर पार्श्वगायक मोहित चौहान ने कहा कि 'द कश्मीर फ़ाइल' फ़िल्म कश्मीरी पंडितों के दर्द की सच्चाई को बयान करती है। जिसको उस वक़्त कश्मीरी पंडितों ने जिया। अपने घरों व संपत्ति को छोड़कर जाना पड़ा उसका दर्द वही समझ सकते हैं, जिन्होंने अपना सब कुछ खोया। इस फ़िल्म में इमोशन को दिखाया गया है। हालांकि उन्होंने अभी फ़िल्म नही देखी है, लेकिन वह फ़िल्म देखेंगे।