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हरियाणा की राइस मिलों में बड़ा हेरफेर, वेरिफिकेशन के दौरान 35 हज़ार टन कम मिला चावल

Written by  Arvind Kumar -- December 30th 2019 05:03 PM -- Updated: December 30th 2019 05:11 PM
हरियाणा की राइस मिलों में बड़ा हेरफेर, वेरिफिकेशन के दौरान 35 हज़ार टन कम मिला चावल

हरियाणा की राइस मिलों में बड़ा हेरफेर, वेरिफिकेशन के दौरान 35 हज़ार टन कम मिला चावल

चंडीगढ़। हरियाणा की राइस मिलों में बड़ी अनियमितताएं सामने आई हैं। राइस मिलों की फिजिकल वेरिफ़िकेशन में कम चावल मिला है। खाद्य और आपूर्ति विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव PK दास ने बताया कि राइस मिलों में 35 हज़ार टन से ज़्यादा चावल कम मिला है। major-irregularities-in-rice-mills-of-haryana आपको बता दें कि धान की आवक और खरीद से संबंधित पूरे रिकार्ड को जांचने के लिए राज्य की सभी चावल मिलों की फिर से फिजिकल वेरिफिकेशन कराने का निर्णय लिया गया था। 26 दिसंबर तक की रिपोर्ट के मुताबिक वेरिफिकेशन में 35 हज़ार टन से ज़्यादा चावल कम मिला है। अभी 1305 में से 1155 मिल का ही आँकड़ा आया है। यह भी पढ़ेंजुराब में हेरोइन डालकर सप्लाई कर रही महिला नशा तस्कर काबू

इन ज़िलों में हुआ है धान का हेर फेर

करनाल 12,000 टन
अंबाला 9,400 टन
फ़तेहाबाद 2,173 टन
जींद 176 टन
कुरुक्षेत्र 7,489 टन
यमुनानगर 2,680 टन
हिसार 3 टन
राइस मिलों के घाटाले को विपक्षी दल ने प्रमुखता से उठाया था। जिसके बाद दबाव पड़ने पर सरकार ने इसकी जांच शुरू की। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्षा कुमारी सैलजा का आरोप था कि हरियाणा में करोड़ों रुपये का धान घोटाला हुआ है, और सबसे अधिक धान घोटाला मुख्यमंत्री के गृह जिला करनाल में हुए हैं। उन्होंने सारे घोटालों की जांच सीबीआई से कराने की मांग की थी और कहा था कि प्रदेश सरकार के अधिकारी फिजिकल वेरिफिकेशन के नाम पर लीपा-पोती करके खानापूर्ति करेंगे। ---PTC NEWS---

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