आर्थिक संकट के साथ श्रीलंका में अब राजनैतिक संकट, प्रधानमंत्री-स्वास्थ्य मंत्री ने दिया इस्तीफा
भारत का पड़ोसी देश श्रीलंका बेहद भीषण आर्थिक संकट से जूझ रहा है। आर्थिक संकट के बीच देश में इमरजेंसी लगाई गई है। श्रीलंका में इमरजेंसी के साथ साथ अब राजनीतिक संकट भी सामने खड़ा हो गया है। प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे ने अपना इस्तीफा श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे को सौंप दिया है।
इस्तीफे देने से पहले गोटाबाया राजपक्षे ने अपने एक ट्वीट मे कहा कि श्रीलंका में भावनाओं का सैलाब उमड़ रहा है। मैं लोगों से संयम बरतने की अपील करता हूं। हिंसा से केवल हिंसा फैलेगी। आर्थिक संकट में हमें आर्थिक समाधान की जरूरत है जिसे यह प्रशासन हल करने के लिए प्रतिबद्ध है।
महिंदा राजपक्षे के बाद स्वास्थ्य मंत्री रहे प्रोफेसर चन्ना जयसुमना ने भी राष्ट्रपति को अपना इस्तीफा सौंप दिया। श्रीलंका के प्रधानमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री ने पद से इस्तीफा आर्थिक संकट को लेकर हो रहे विरोध-प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसक झड़पों के बाद सौंपा है। ये हिंसा सोमवार को राजधानी कोलंबो में आर्थिक संकट को लेकर विरोध-प्रदर्शन के दौरान भड़क उठी थी। इस हिंसा में कम से कम 16 लोग घायल हो गए थे। महिंदा राजपक्षे के समर्थकों ने उनके आधिकारिक आवास के पास एकत्रित हुए सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों पर हमला कर दिया। हिंसा के बाद पुलिस को राजधानी में कर्फ्यू लगाना पड़ा।
वहीं, महिंदा के छोटे भाई और राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के नेतृत्व वाली सरकार पर देश के सामने मौजूद आर्थिक संकट से निपटने के लिए अंतरिम प्रशासन के गठन की चुनौती है। महिंदा राजपक्षे के खिलाफ उनकी ही पार्टी में विरोध के सुर उठने शुरू हो गए थे। पार्टी के ही नेताओं की ओर से इस्तीफे का दबाव था। वह इस दबाव के खिलाफ समर्थन जुटा रहे थे।
बता दें कि श्रीलंका इस समय दिवालिया हो चुका है। उसके पास फॉरेन रिजर्व समाप्त हो चुका है। खाने पीने की चीजों के दाम आसमान छू चुके हैं। इसके चलते शहरों में हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं।