घग्गर नदी में जलस्तर बढ़ा, प्रशासन अलर्ट तो किसान और ग्रामीण चिंतित
टोहाना। (सतीश अरोड़ा) घग्गर नदी में जल स्तर बढ़ने के बाद प्रशासन अलर्ट मोड पर आ गया है। हालांकि बाढ़ का खतरा अभी नहीं है लेकिन एहतियात के तौर पर प्रशासन ने 20 हजार बैग नदी के कमजोर तटबंध के लिए स्टोर कर लिए हैं और सभी टीमों को मुस्तैद कर दिया गया है। वहीं किसान और ग्रामीणों के चेहरे पर चिंता की लकीरें खींच गई है। इस बारे में जानकारी देते हुए सिंचाई विभाग के एक्सईएन धूप सिंह ने बताया कि घग्गर नदी में फिलहाल 10 हजार क्यूसेक पानी का बहाव है। उन्होंने बताया कि पहाड़ों में लगातार बरसात होने के बाद नदी में पानी पहुंचा है और अभी स्थिति नियंत्रण में है। एक्सईएन ने बताया कि नदी की कैपिसिटी 14 हजार क्यूसेक पानी की है और इसके अलावा नदी में पानी बढ़ने पर ड्रेन और रंगोई नाले के जरिए पानी निकासी की वैकल्पिक सुविधा उपलब्ध है। फिर भी प्रशासन की टीम में मुस्तेद है और 20 हजार बैग सेफ्टी के लिए स्टोर किए गए हैं। एक्सईएन ने बताया कि प्रशासन की टीम में किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं और फिलहाल नदी का पानी कंट्रोल सिटी में बह रहा है। एक्सईएन ने बताया कि चांदपुर साइफन से फिलहाल नदी में 10000 क्यूसेक पानी बहने की रिपोर्ट है और पीछे से भी पानी की स्थिति कंट्रोल में मालूम हुई है। हालांकि कुछ दिन पहले फतेहाबाद के डीसी और हिसार रेंज के कमिश्नर ने बाढ़ एवं आपदा प्रबंधन की तैयारियों का जायजा लिया था और लोगों को यह भरोसा है कि यदि बाढ़ जैसी कोई स्थिति बनती है तो प्रशासन की तैयारियां पूरी हैं। वहीं किसान और ग्रामीण घग्घर नदी में बढ़ रहे पानी से बहुत चिंतित है। किसान मंजीत सिंह ने बताया कि घग्घर नदी का पानी अगर बाहर आ जाता है तो हमारी फसल खराब हो जाएगी। महंगे दाम से फसल लगाने का काम किया है। पानी से सारी फसल बर्बाद हो जाएगी। वहीं गांव में भी पानी आ जायेगा जिससे कहीं आ जा भी नहीं सकेंगे। ग्रामीण बृजपाल ने बताया कि हर वर्ष घग्घर का पानी गांव में घुस जाता है। कई गांव ऐसे ही जहां पानी आने से नुकसान होता है। ---PTC NEWS---