भारतीय वायुसेना के विमानों के जरिए 2056 छात्रों की हुई वापसी, 26 टन राहत सामाग्री पहुंचाई गई यूक्रेन
Ukraine Russia war: जंग के बीच वतन वापसी की कवायद भी जारी है. लिहाजा ऑपरेशन गंगा के तहत शनिवार को भारतीय वायुसेना के तीन C-17 ग्लोबमास्टर विमान गाजियाबाद के हिंडन एयरपोर्ट पर उतरे। इन विमानों के जरिए 629 भारतीयों की यूक्रेन की वतन वापसी हुई है।
इन विमानों ने शुक्रवार को इसी एयरबेस से उड़ान भरी थी। आज तड़के ये रोमानिया, पोलैंड और स्लोवाकिया से छात्रों को लेकर वापस आए। वायुसेना के अनुसार, 10 उड़ानों से अब तक 2056 छात्रों को भारत लाया जा चुका है और यह क्रम अभी जारी रहेगा।
केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट बीते बुधवार से हिंडन एयरबेस पर मौजूद हैं और विदेशों से आने वाले छात्रों की अगवानी कर रहे हैं। शुक्रवार को जब इन तीन विमानों ने छात्रों को लाने के लिए उड़ान भरी तो एनडीआरएफ की ओर से यूक्रेनियन के लिए साढ़े 26 टन मानवीय सहायता भेजी गई थी। इससे पहले यूक्रेनियन के लिए 25 टन सहायता भेजी जा चुकी है। इसमें दवाएं, सर्जिकल ग्लव्स, मास्क, सोलर लैंप, कंबल, टैंट जैसी जरूरत के सामान हैं।
गौरतलब है कि भारतीय वायुसेना के विमानों के जरिए अब तक 2056 यात्रियों को जंग में फंसे भारतीयों की वतन वापसी कराई जा चुकी है। भारत सरकार ने ऑपरेशन गंगा के तहत 4 केंद्रीय मंत्रियों को यूक्रेन के बॉर्डर से लगते देशों में भारतीयों को रेस्क्यू करने के लिए भेजा है।
यूक्रेन से लौट रहे कई छात्र अपने साथ अपने कुत्तों डॉग-कैट्सट को भी ला रहे हैं। अपने पालतू जानवरों को लाने की राह इसलिए भी आसान हुई है, क्योंकि छात्र स्पेशल फ्लाइट से भारत लाए जा रहे हैं। शायद छात्र सामान्य दिनों में निजी एयरलाइंस से आते तो अपने पालतू जानवरों को विदेश से लाना मुश्किल हो सकता था। इन छात्रों का कहना था कि यूक्रेन युद्धग्रस्त देश है। ऐसे में वह अपने पालतू जानवरों को वहां कैसे छोड़ सकते थे।