Dadasaheb Phalke Award 2022: आशा पारेख को दादा साहब फाल्के सम्मान, 10 साल की उम्र में फिल्मों में की थी एंट्री
Dadasaheb Phalke Award 2022: दिग्गज अभिनेत्री आशा पारेख को दादा साहब फाल्के अवॉर्ड 2022 से नवाजा जाएगा। केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने मंगलवार को इसकी घोषणा की। दादा साहब फाल्के पुरस्कार को भारतीय सिनेमा में सबसे बड़ा पुरस्कार है। आशा पारेख दादा साहब फाल्के अवॉर्ड पाने वाली 52वीं हस्ति हैं. केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि दादा साहेब फाल्के कमेटी के सदस्यों में मशहूर गायिका आशा भोंसले, अभिनेत्री पूनम ढिल्लो, अभिनेत्री हेमा मालिनी के साथ गायक उदित नारायण शामिल थे। कमेटी ने आशा पारेख को इस बार दादा साहब फाल्के पुरस्कार के लिए चुना। 60 और 70 के दशक की शानदार अभिनेत्रियों में से आशा पारेख ने अपने फिल्मी करियर के दौरान कई फिल्मों में काम किया। आशा पारेख ने 10 साल की उम्र में अपना फिल्मी करियर शुरू किया था। उन्होंने अपना डेब्यू निर्देशक विमल रॉय के निर्देशन में बनी 'मां' फिल्म से किया था। 95 से ज्यादा फिल्मों में काम किया। 1992 में उन्हें भारत सरकार ने पद्म श्री से सम्मानित किया था। अपने दौर में आशा पारेख सबसे ज्यादा फीस लेने वाली अभिनेत्रियों में गिनी जाती थीं। 1998 से 2001 तक केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (CBFC) की अध्यक्ष रहीं।' आशा पारेख की सुपरहिट फिल्मों में 'प्यार का मौसम' 'जब प्यार किसी से होता है', 'फिर वही दिल लाया हूं', 'तीसरी मंजिल', 'कारवां', 'बहारों के सपने', 'कटी पतंग', 'आन मिलो सजना' शामिल हैं। दिल देके देखो उनकी पहली सुपर हिट फिल्म थी। इसके बाद वो फिल्मी जगत की स्टार बन गई थी। फिल्म शमी कपूर उनके साथ नजर आए थे। 1990 के दशक के आखिर में टीवी धारावाहिक 'कोरा कागज' का निर्देशन भी किया था। पर्दे सुपरहिट रहीं आशा पारेख ने शादी नहीं की है। बताया जाता है कि फिर्म निर्देशक नासिर हुसैन के साथ उनका प्रेम संबंध था। सबसे बड़ी रुकावट ये थी कि नासिर हुसैन पहले से ही शादी-शुदा थे। इसी बजह से उनका प्यार मुकाम तक नहीं पहुंच पाया।