हथिनीकुंड बैराज से फिर छोड़ा गया लाखों क्यूसेक पानी, फिर शुरू हुए बाढ़ के हालात

हथिनीकुंड बैराज से लाखों क्यूसेक पानी छोड़ने से दिल्ली एनसीआर खासकर फरीदाबाद में बाढ़ के दोबारा हालात पैदा हो गए हैं।

By  Rahul Rana July 24th 2023 01:24 PM -- Updated: July 24th 2023 01:25 PM

फरीदाबाद : पहाड़ों पर हो रही जबरदस्त बारिश की वजह से मैदानी इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है।  हथिनीकुंड बैराज से लाखों क्यूसेक पानी छोड़ने से दिल्ली एनसीआर खासकर फरीदाबाद में बाढ़ के दोबारा हालात पैदा हो गए हैं। अभी पिछले बाढ़ के पानी से ही लोगों को निजात नहीं मिली थी ऐसे में दोबारा ज्यादा मात्रा में पानी छोड़े जाने से यमुना किनारे रहने वाले लोगों के माथे पर चिंता की लकीरें दोबारा खिंच गई हैं। अब देखने वाली बात होगी की प्रशाशन और सरकार दोबारा आने वाली बारिश और बाढ़ के पानी से कैसे निजात पाते हैं। 


पृथला विधानसभा के मोहना गांव का पास से गुजर रही यमुना नदी जो इस वक्त बेशक शांत नज़र आ रही है।  लेकिन पिछले दिनों ही यमुना में बाढ़ आ जाने की वजह से फरीदाबाद के सभी तटीय क्षेत्र पूरी तरह से डूब गए थे। यमुना किनारे खेती करने वाले किसानों की मेहनत पर बाढ़ का पानी फिर गया था। अब जबसे लोगों को पता चला है कि हथिनीकुंड बैराज से लाख क्यूसेक पानी फिर से छोड़ दिया तो लोगों को पिछली बाढ़ से हुए नुकसान से ज्यादा खतरा अब दिखाई दे रहा है। 


क्योंकि अभी भी खेतों में 4 से 5 फुट पानी खड़ा हुआ है।  पिछला पानी अभी निकला नहीं । अब दोबारा पहाड़ों पर हो रही जबरदस्त बारिश की वजह से बैराज में पानी आ जाने से उसे छोड़ दिया गया । जो अगले 24 घंटो में फरीदबाद की सीमा में घुस जायेगा और अपना कहर बरपाएगा। लोगों का कहना है की पिछली बार भी प्रशासन की ओर से कोई खास मदद नहीं की गई उनके खाने का भी कोई इंतजाम नहीं हुआ। अब बाढ़ के बाद उनके पशुओं के चारे के भी लाले पड़ गए हैं l 


जमुना के तटीय इलाकों में बसे किसानों और ग्रामीणों का कहना था कि पहले आई बाढ़ ने उन्हें बिल्कुल बर्बाद कर दिया और यदि आप दोबारा फिर से बाढ़ आ गई तो वह  फिर उठ नहीं पाएंगे l उन्होंने कहा अब ग्रामीणों के पास अनाज भी नहीं बचा वह भी बाढ़ के पानी में बह गया है और कैंपों में शरण लेने वाले सभी बहुत परेशान हैं जहां उन्हें पूरी तरह से मदद नहीं मिल पा रही है l

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