चरखी दादरी में शहीद अरविंद सांगवान का सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार, 8 साल के बेटे ने दी मुखाग्नि
जिला के झोझू गांव निवासी शहीद अरविन्द सांगवान को आज पूरे राजकीय व सैन्य सम्मान के साथ हजारों लोगों ने अंतिम विदाई दी गई। प्रशासनिक अधिकारियों सहित जनप्रतिनिधि एवं हजारों ग्रामीणों ने अपने लाडले को श्रद्धांजलि दी। शहीद के आठ साल के बेटे ध्रूव ने शहीद जवान को नम आंखों से मुखाग्नि दी।
चरखी दादरी/प्रदीप साहू: जिला के झोझू गांव निवासी शहीद अरविन्द सांगवान को आज पूरे राजकीय व सैन्य सम्मान के साथ हजारों लोगों ने अंतिम विदाई दी गई। गत 23 दिसंबर को सिक्किम में हुए एक सडक़ हादसे में अरविंद शहीद हो गए थे। अरविंद सांगवान की अंतिम यात्रा में पूरा गांव वन्दे मातरम, शहीद अरविंद अमर रहे और भारत माता की जय के नारों से गूंज उठा।
प्रशासनिक अधिकारियों सहित जनप्रतिनिधि एवं हजारों ग्रामीणों ने अपने लाडले को श्रद्धांजलि दी। करीब आठ वर्षीय शहीद के बेटे ध्रूव ने शहीद पिता को हाथ जोड़कर नमन किया। गर्भवती पत्नी और पिता ने भी शहीद को सैल्यूट करके अंतिम विदाई दी।
चरखी दादरी जिला की सीमा से शहीद के पैतृक गांव झोझू कलां तक करीब 10 किलोमीटर की यात्रा में जन समूह ने जगह-जगह पर सडक़ के दोनों ओर खड़े होकर उन्हें श्रद्धाजंलि दी। तिरंगा यात्रा के दौरान भारत मां और शहीद अरविंद अमर रहे के नारे भी लगाए गए। बता दें कि अरविदं सांगवान गत 23 दिसंबर को सिक्किम में हुए एक सडक़ हादसे में शहीद हो गए थे।
राजपूत राइफल में तैनात रहे शहीद अरविंद का उनकी पार्थिव देह आर्मी द्वारा दिल्ली से गांव झोझू कलां में लाया गया। यहां पूरे राजकीय व सैन्य सम्मान से उनकी अंत्येष्टि की गई। शहीद के बेटे ध्रूव ने शहीद जवान को नम आंखों से मुखाग्नि दी। शहीद के पिता राजेंद्र सिंह साधारण किसान हैं और उनका छोटा बेटा यूपी पुलिस व शहीद की पत्नी पिंकी देवी हरियाणा पुलिस में कार्यरत हैं। पिता ने कहा कि उनके बेटे ने आज उनका सीना गर्व से चौड़ा कर दिया है। शहीद की अंतिम यात्रा में सांसद धर्मबीर सिंह, विधायक सोमबीर सांगवान, पूर्व मंत्री सतपाल सांगवान, पूर्व विधायक सुखविंद्र मांढी सहित अनेक राजनीतिक व सामाजिक संगठनों के साथ-साथ हजारों ग्रामीण मौजूद रहे।