भारतीय नौसेना की बढ़ी ताकत, विध्वंस युद्धपोत मोरमुगाओ भारतीय इंडियन नेवी में हुआ शामिल

By  Vinod Kumar December 18th 2022 03:21 PM

भारतीय नौसेना की ताकत में बड़ा इजाफा हुआ है। आधुनिक हथियारों से लैस स्वदेशी मिसाइल डिसट्रोयर मोरमुगाओ (INS Mormugao)  आज भारतीय नौसेना के बेड़े में शामिल हो गया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मुंबई में नेवी डॉकयार्ड में इससे इंडियन नेवी को सौंपा। मोरमुगाओ आधुनिक सेंसर और रडार से लैस आधुनिक युद्धपोत है।

पश्चिमी तट पर स्थित गोवा बंदरगाह शहर के नाम पर इस युद्धपोत का नाम मोर्मूगाओ रखा गया है। 60 साल पहले आज के ही दिन पुर्तगाली गोवा छोड़कर गए थे और आज ही मोरमुगाओ समुद्र में उतरा है। ये युद्धपोत भारत की समुद्री ताकत में इजाफा करेगा। इसे MDSL  ने तैयार किया है।

स्टेल्थ गाइडेड मिसाइल डेस्ट्रॉयर मोरमुगाओ भारतीय नौसेना के जंगी जहाजों के बेड़े में सबसे सक्षम और आधुनिक हथियारों से लैस है। दुश्मन के रडार से बचने के लिए इसकी बाहरी परत का निर्माण स्पेशल स्टील से किया गया है। पोत को शक्तिशाली चार गैस टर्बाइन से गति मिलती है. पोत 30 समुद्री मील से अधिक की गति प्राप्त करने में सक्षम है।

सतह से हवा में वार करने वाली मिड रेंज SAM मिसाइलें, सर्फेस टू सर्फ्रेस अटैक करने वाली STS मिसाइलें, एंटी सबमरीन रॉकेट लॉन्चर, सुपर रैपिड गन माउंट के अलावा, टॉरपीडो ट्यूब और लॉन्चर, कॉम्बैट मैनेजमेंट सिस्टम, इंटीग्रेटेड प्लेटफॉर्म मैनेजमेंट सिस्टम से लैस है। इसके साथ ही फोल्डेबल हैंगर डोर्स, ऑटोमेटेड पावर मैनेजमेंट सिस्टम, क्लोज-इन वेपन सिस्टम, हेलो ट्रैवर्सिंग सिस्टम, बो माउंटेड सोनार लगे है। इस युद्धपोत की लंबाई 163 मीटर, चौड़ाई 17 मीटर तथा वजन 7,400 टन है। ये पोत परमाणु, जैविक और रासायनिक युद्ध परिस्थितियों के दौरान लड़ने में काबिल है।

भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने कहा, 'स्वदेशी युद्धपोत निर्माण के इतिहास में आज का दिन मील का पत्थर साबित होगा, क्योंकि हम विध्वंसक मोरमुगाओ को उतार रहें हैं। इसके सहयोगी जहाज विशाखापत्तनम को एक साल पहले ही भारतीय नौसेना में शामिल किया गया था।  


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