पेरोल पर फिर बाहर आया राम रहीम, अब तक कितनी बार मिली पेरोल या फरलो, वो सबकुछ जो आपके लिए जानना है ज़रूरी...
दिल्ली चुनाव से ठीक पहले एक बार फिर राम रहीम बाहर है और इस बार 30 दिन की पेरोल पर बाहर आया है. आपका बता दें कि SGPC ने राम रहीम के बार बार यूं पेरोल मिलने पर हाईकोर्ट में याचिका दायर कर आपत्ति तक जताई हुई है.
ब्यूरो: रोहतक की सुनारिया जेल से 12वीं बार राम रहीम पेरोल पर निकल चुका है. अपनी दो शिष्याओं के साथ दुष्कर्म के आरोप में 20 साल की सज़ा काट रहे डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को मंगलवार को एक बार फिर पेरोल मिल गई है और इसके साथ ही इस बार वो यूपी के बागपत नहीं बल्कि हरियाणा में ही सिरसा डेरे पर पहुंच चुका है, जहां से उसने बाकायदा वीडियो भी जारी कर दिया है. इस बार राम रहीम 30 दिन की पेरोल पर बाहर आया है. आइए सबसे पहले देखते हैं इससे पहले कब-कब पेरोल/फरलो पर राम रहीम बाहर आ चुका है:

दिल्ली चुनाव से ठीक पहले राम रहीम
फिर आए बाहर :
5 फरवरी को दिल्ली विधानसभा के चुनाव होने हैं, जबकि इससे ठीक पहले गुरमीत राम रहीम को फिर से पेरोल मिलने पर सवाल खड़े होने लगे हैं, ज्ञात हो कि शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) ने गुरमीत राम रहीम को पेरोल पर विरोध जताया हुआ है. SGPC ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी. SGPC का कहना है कि राम रहीम को बार-बार पेरोल या फरलो मिलने से संप्रभुता और अखंडता को खतरा है.
सिरसा डेरे के बाद बागपत भी जाएंगे राम रहीम
अगस्त 2017
में दो शिष्याओं से बलात्कार के आरोप में 20 साल
की जेल की सजा सुनाए जाने के बाद पहली बार वह 10 दिनों के
लिए सिरसा स्थित अपने डेरे में रहेंगे। बाद में वह उत्तर प्रदेश के बागपत में
रहेंगे। राम रहीम को पिछली बार 20 दिन की पेरोल दी गई थी,
जो पिछले साल 5 अक्टूबर को हरियाणा में मतदान
से चार दिन पहले मिली थी। अपने अनुयायियों के वोटों को प्रभावित करने की उनकी
क्षमता के कारण उन्हें पंजाब और हरियाणा के राजनीतिक नेताओं और पार्टियों द्वारा
लगभग दो दशकों तक संरक्षण दिए जाने की बातें सामने आई थीं.

गौरतलब है कि गुरमीत राम रहीम को दो
महिलाओं से दुष्कर्म के लिए अगस्त 2017 में 20 साल जेल की सजा सुनाई गई थी। साल 2019 में पंचकूला की एक विशेष सीबीआई अदालत ने भी उन्हें और तीन अन्य को 16 साल पहले एक पत्रकार की हत्या के लिए आजीवन
कारावास की सजा सुनाई थी.
आपको बता दें कि डेरा सच्चा सौदा का मुख्यालय सिरसा में है
जबकि इनके हरियाणा, पंजाब, राजस्थान और अन्य राज्यों में बड़ी संख्या
में समर्थक हैं।