खोखले साबित हो रहे मनोहर सरकार के दावे, दो महीने बाद भी सरकारी स्कूल के बच्चों को नहीं मिली किताबें
हरियाणा में सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले पहली से आठवीं क्लास के बच्चों को सरकार द्वारा मुफ्त किताबे उपलब्ध करवाई जाती हैं, लेकिन इस नए सेशन को दो महीने को होने को आए हैं, लेकिन अभी तक बच्चों को किताबे नहीं दी गई हैंष जबकि सरकारी स्कूलों में गरीब तबके के लोगो के बच्चे पढ़ने आते हैं। बिना किताबों के पढ़ाई करना बच्चों के लिए मुश्किल हो रहा है। अभी सरकार ने गर्मियों की छुट्टियां भी घोषित कर दी हैं। 1 जून से स्कूलों की छुट्टी रहेगी। ऐसे में बच्चे घर पर पढ़ाई कैसे होगी ये बड़ा सवाल है। वहीं, पीटीसी न्यूज ने पाया कि कुछ स्कूलों में अध्यापकों ने पुराने छात्रों की किताबें लेकर नए छात्रों में बांट दी है। स्कूलों में एक किताब से चार-चार बच्चे पढ़ते नजर आए। वहीं, एक टीचर ने बताया कि किताबे नहीं मिलने से बच्चों की पढ़ाई बहुत ही प्रभावित हो रही है। दो महीने के करीब बच्चों को स्कूल आते हुए हो गए हैं, लेकिन अभी तक सरकार की तरफ से कोई नई किताबें नहीं दी गई हैं। सरकारी स्कूलों में गरीब तबके के बच्चे पढ़ने आते हैं वो अपने बच्चों को नई किताब खरीद कर नहीं दे सकते हैं। पुरानी किताबे हैं जो फट चुकी हैं। एक किताब से तीन से चार बच्चों को बैठा कर पढ़ाई करवाई जा रही है। कुछ छात्रों ने भी बताया कि उन्हें अब तक नई किताबें नहीं मिली हैं। उन्हें कुछ पुरानी किताबें दिलवाई हैं। उन्हें किताबें नहीं मिलने पढ़ाई में परेशानी हो रही है। एक अभिभावक ने बताया कि अब तक बच्चों को किताबे नहीं मिली हैं। कैसे बच्चे पढ़ पाएंगे। सरकार शिक्षा नीति को लेकर तो बड़े बड़े दावे करती है, लेकिन हकीकत में दावे खोखले हैं। डॉ विजय लक्ष्मी नांदल जिला शिक्षा अधिकारी रोहतक ने बताया कि सरकार कक्षा पहली से आठवीं तक मुफ्त किताबें वितरित करती है। अभी किताबें पब्लिशर के पास गई हुई हैं। उम्मीद है जून में किताबें आ सकती हैं।