किसान आंदोलन पर बोले सीएम खट्टर- किसानों से सशर्त वार्ता संभव नहीं
करनाल। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने किसान आंदोलन पर कहा कि बातचीत होनी है या नहीं होनी ये उन पर निर्भर करता है। हमने हमेशा उन्हें इनवाइट किया है, लेकिन वो सशर्त बातचीत करने के लिए आते हैं और ऐसे में सशर्त बातचीत संभव होती नहीं है। वे कहते हैं कि 3 कृषि कानूनों को रद्द किया जाए, इस आधार पर बातचीत कैसे होगी?
बता दें कि मुख्यमंत्री करनाल में भाजपा की जिला स्तरीय बैठक में पहुंचे थे इसके बाद पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि प्रदेश में पिछले सात महीने से किसानों के नाम पर आंदोलन चलाया जा रहा है। सभी किसान हमारे साथी हैं, किसान नाम पवित्रता का है। हमने सभी किसानों से अनुरोध किया है कि वे अपनी सीमा में रहकर ही विरोध प्रदर्शन करें, हिंसात्मक प्रदर्शन को कोई मंजूर नहीं करेगा।
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उल्लेखनीय है कि किसान तीन नए कृषि कानूनों की वापसी की मांग कर रहे हैं लेकिन सरकार इस पर सहमत नहीं है। सरकार इन कानूनों में संशोधन के लिए तैयार है हालांकि किसान इन कानूनों की वापसी पर अड़े हैं। ऐसे में आंदोलन लंबा खिंचता जा रहा है।