हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने इसे क्रांतिकारी कदम बताया है। उन्होंने ट्ववीट कर कहा, "बड़े गर्व के साथ साझा कर रहा हूं कि देश के पहले अनाज एटीएम 'अन्नपूर्ती' की शुरुआत हरियाणा के गुरुग्राम जिले से हुई है। इसका उद्देश्य विभिन्न सरकारी योजनाओं में मिलने वाले अनाज के वितरण को सुगम एवं पारदर्शी बनाना है।"बड़े गर्व के साथ साझा कर रहा हूं कि देश के पहले अनाज एटीएम 'अन्नपूर्ती' की शुरुआत हरियाणा के गुरुग्राम जिले से हुई है। इसका उद्देश्य विभिन्न सरकारी योजनाओं में मिलने वाले अनाज के वितरण को सुगम एवं पारदर्शी बनाना है। pic.twitter.com/WgFGHRRqfd
— Dushyant Chautala (@Dchautala) July 14, 2021
ऐसे काम करती है ग्रेन एटीएम मशीन
यह एक स्वचालित मशीन है जो कि बैंक एटीएम की तर्ज पर कार्य करती है। 'यूनाइटेड नेशन' के :वर्ल्ड फूड प्रोग्राम' के तहत स्थापित की जानी वाली इस मशीन को ऑटोमेटिड, मल्टी कमोडिटी, ग्रेन डिस्पेंसिंग मशीन कहा गया है। इस कार्यक्रम से जुड़े अधिकारी अंकित सूद का कहना है कि अनाज के मापतोल को लेकर इसमें त्रुटि न के बराबर है और एक बार में यह मशीन 70 किलोग्राम तक अनाज पांच से सात मिनट में निकाल सकती है।
मशीन में लगी टच स्क्रीन के साथ एक बायोमेट्रिक मशीन भी लगी हुई है, जहां पर लाभार्थी को आधार या राशन कार्ड का नंबर डालना होगा। बायोमेट्रिक से प्रमाणिकता होने पर लाभार्थियों को सरकार द्वारा निर्धारित अनाज स्वत: मशीन के नीचे लगाए गए बैग में भर जाएगा। इस मशीन के माध्यम से तीन तरह के अनाज गेहूं, चावल और बाजरा का वितरण किया जा सकता है। फिलहाल फर्रुखनगर में स्थापित ग्रेन एटीएम मशीन से गेहूं का वितरण शुरू कर दिया गया है।
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