कुमारी सैलजा का बयान, सरकार का बजट प्रदेश को डुबोने वाला
चंडीगढ़। हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद कुमारी सैलजा ने हरियाणा के मुख्यमंत्री द्वारा विधानसभा में पेश किए गए 2020-21 के बजट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इस बजट से प्रदेश के हर वर्ग को घोर निराशा हाथ लगी है। इस सरकार ने सिर्फ प्रदेश को कर्ज में डुबोने का कार्य किया है। यह सिर्फ खानापूर्ति वाला बजट है। कुमारी सैलजा ने कहा कि इस सरकार की नाकामी के कारण प्रदेश का कर्ज आज 1 लाख 98 हजार करोड़ तक जा रहा है। वर्ष 1966 से लेकर 2014 तक 48 वर्षों में प्रदेश पर जो कर्जा 70 हजार करोड़ था, वह इस सरकार के 5 सालों में 2 लाख करोड़ तक पहुंच गया। यह हर वर्ष बढ़ता जा रहा है, जो इस सरकार की नाकामियों की पोल खोलता है। हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि इस बजट में बढ़ोतरी केवल दिखावा है। पिछले पांच वर्षों में किए गए वायदे ही आज तक पूरे नहीं किए गए हैं। उन्होंने कहा कि यह लोग अरावली का वन कवर बढ़ाने की बात करते हैं। लेकिन इस सरकार में अरावली में जमकर अतिक्रमण हुआ है। इस सरकार ने पीएलपीए संशोधन कर अरावली को खतरे में डाल दिया। यह सरकार सिर्फ लोगों की आँखों में धूल झोंकने का कार्य कर रही है। [caption id="attachment_392334" align="aligncenter" width="696"] कुमारी सैलजा का बयान, सरकार का बजट प्रदेश को डुबोने वाला[/caption] कुमारी सैलजा ने कहा कि इस सरकार में शामिल दलों के चुनाव के दौरान किए गए वायदों का बजट में कोई जिक्र नहीं है। सरकार में शामिल दलों के 5100 रुपये पेंशन करने, पुरानी पेंशन बहाल करने, बेरोजगारी भत्ते जैसे मुद्दों का कोई जिक्र नहीं है। कुमारी सैलजा ने कहा कि प्रदेश में उद्योगों के लिए और युवाओं के रोजगार लिए भी इस बजट में कुछ नहीं है। जबकि हमारे प्रदेश की बेरोजगारी दर पूरे देश में सबसे अधिक है। प्रदेश की बेरोजगारी दर 30 प्रतिशत तक पहुंच गई है। इस बजट में बेरोजगारी भत्ते का भी जिक्र नहीं है। कुमारी सैलजा ने कहा कि दलित वर्ग के लिये भी इस बजट में कुछ नहीं है, जो इस सरकार के दलित विरोधी चेहरे को उजागर करता है। पिछले 5 वर्षों में दलितों के खिलाफ अत्याचार में तेजी से बढ़ोतरी हुई है और इन लोगों के द्वारा दलित वर्ग के आरक्षण खत्म करने के बार-बार प्रयास किए गए। हरियाणा अनुसूचित जाति आयोग विधेयक पारित होने के बाद भी इसका गठन नहीं किया गया है। अब बजट में दलित वर्ग की अनदेखी इस सरकार के दलित विरोधी चेहरे को एक बार फिर उजागर कर रही है। [caption id="attachment_392335" align="aligncenter" width="696"] कुमारी सैलजा का बयान, सरकार का बजट प्रदेश को डुबोने वाला[/caption] सैलजा के मुताबिक हरियाणा के किसानों के लिए भी इस बजट में कुछ नहीं है। यह लोग किसानों की आय दोगुनी करने की खोखली बात करते हैं। प्रदेश का किसान कर्ज में डूबा जा रहा है। इस सरकार में धान घोटाला होता है और किसान धान घोटाले की जांच की मांग करते हैं तो उनपर लाठियां बरसाई जाती हैं। इस सरकार में किसानों को फसल के सही दाम नहीं मिल रहे। इस सरकार में गन्ना उत्पादक किसानों को भी कोई राहत नहीं दी गई। पिछले पांच वर्षों में गन्ने के दामों में सिर्फ 30 रुपए प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी हुई। वहीं, प्रदेश के किसानों को गन्ने की खरीद के लिए भी सडको पर उतरना पड़ा। उन्होंने कहा कि इस सरकार ने एसवाईएल के लिए 100 करोड़ के बजट का एलान किया है। लेकिन इस सरकार ने अभी तक एसवाईएल के पानी का हक़ हरियाणा प्रदेश को दिलाने के लिए कुछ भी नहीं किया है।
प्रदेश के लोगों को उम्मीद थी कि आज आसमान छू रही महंगाई से इस बजट में कुछ हद तक उन्हें राहत मिलेगी लेकिन इस बजट में महंगाई से राहत देने के लिए कुछ भी नहीं है। वहीं हमारे प्रदेश में महिलाओं के प्रति अपराध में तेजी से वृद्धि हो रही है। लेकिन इस सरकार ने बजट में उनकी सुरक्षा के लिए कोई भी ठोस ऐलान नहीं किया है। यह भी पढ़ें: Haryana Budget 2020: व्यापारियों के लिए सरकार की सौगात ---PTC NEWS---