निकाय चुनाव के नतीजों ने क्या वाकई चौंकाया ! 10 में से 9 नगर निगमों में बीजेपी हुई सत्तासीन, कांग्रेस का खाता तक नहीं खुला !
ब्यूरो: निकाय चुनाव के नतीजे सामने आ गए हैं। भाजपा ने 10 नगर निगम में से 9 में जीत दर्ज की है। कांग्रेस का किसी भी निगम में खाता नहीं खुला। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के गढ़ रोहतक में भी कांग्रेस जीत दर्ज नहीं कर पाई। वहीं सिरसा नगर परिषद में भाजपा का चेयरमैन बना है जबकि सिरसा से कांग्रेस की कुमारी सैलजा सांसद हैं।
मानेसर नगर निगम में निर्दलीय डॉ. इंद्रजीत यादव चुनाव जीतीं। उन्होंने भाजपा उम्मीदवार सुंदर लाल को पराजित किया। इंद्रजीत यादव ने खुद को केंद्रीय राज्यमंत्री और गुरुग्राम से भाजपा सांसद राव इंद्रजीत की करीबी बताकर प्रचार किया था।
गौरतलब है कि फरीदाबाद, हिसार, रोहतक, करनाल, यमुनानगर, गुरुग्राम और मानेसर में 2 मार्च को वोटिंग हुई थी। अंबाला और सोनीपत में मेयर पद के उपचुनाव के लिए भी इसी दिन मतदान हुआ। इसी दिन 21 नगर पालिकाओं के लिए भी वोट डाले गए जबकि पानीपत में 9 मार्च को मतदान हुआ।
10 नगर निगमों में से 7 में महिलाएं मेयर बनी हैं। जबकि सिर्फ 3 में पुरुष मेयर बने। गुरुग्राम में राज रानी, यमुनानगर में सुमन बहमनी, पानीपत में कोमल सैनी, फरीदाबाद में प्रवीण जोशी, मानेसर में डॉ इंद्रजीत, अंबाला में सैलजा सचदेवा और करनाल में रेणु बाला मेयर चुनाव जीतीं।
कहां सबसे बड़ी जीत, कहां बड़ी हार !
नगर निगम चुनाव में सबसे बड़ी जीत फरीदाबाद और सबसे छोटी हार मानेसर में हुई है। फरीदाबाद में भाजपा प्रत्याशी प्रवीण जोशी को 3,16,852 वोटों से जीत मिली है, उन्होंने कांग्रेस की लता रानी को हराया। वहीं मानेसर में भाजपा के सुंदर लाल को 2,293 वोटों से हार का सामना करना पड़ा।
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