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देश के पहले वोटर श्याम सरन का 106 साल की उम्र में निधन, 2 दिन पहले किया था मतदान...16 लोकसभा चुनावों में डाला वोट

Written by  Vinod Kumar -- November 05th 2022 12:30 PM -- Updated: November 05th 2022 12:52 PM
देश के पहले वोटर श्याम सरन का 106 साल की उम्र में निधन, 2 दिन पहले किया था मतदान...16 लोकसभा चुनावों में डाला वोट

देश के पहले वोटर श्याम सरन का 106 साल की उम्र में निधन, 2 दिन पहले किया था मतदान...16 लोकसभा चुनावों में डाला वोट

हिमाचल: आजाद भारत के पहले मतदाता ( first voter of india) श्याम सरन नेगी (Shyam Saran negi) का 106 साल की उम्र में निधन हो गया। श्याम सरन नेगी पहले व्यक्ति थे जिन्होंने आजादी के बाद भारत में पहला मतदाता बनने का गौरव हासिल किया था। 1 जुलाई 1917 को किन्नौर जिले के चिन्नी (अब कल्पा) में श्याम सरन नेगी का जन्म हुआ था। 

2 नवंबर को ही श्याम सरन नेगी ने हिमाचल प्रदेश चुनाव (himachal assembly election 2022) के लिए मतदान (vote) किया था। चुनाव आयोग की टीम ने घर जाकर उनसे मतदान करवाया था। वह कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे। किन्नौर के डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर आबिद हुसैन ने बताया कि जिला प्रशासन की ओर से श्याम सरन नेगी के अंतिम संस्कार की तैयारियां की जा रही हैं। उन्हें पूरे सम्मान के साथ विदाई दी जाएगी और इसके लिए बैंड का भी इंतजाम किया गया है। सभी प्रशासन के अधिकारी और पुलिस अधिकारी उनके अंतिम संस्कार में मौजूद रहेंगे। 


25 अक्टूबर, 1951 को श्याम सरन नेगी ने मतदान किया था। आजादी के बाद देश में आम चुनाव फरवरी 1952 में हुए थे, लेकिन हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी के चलते 5 महीने पहले ही मतदान करा लिया गया था। रिटायर्ड अध्यापक श्याम सरन नेगी की उस दौरान मतदान केंद्र में ड्यूटी लगी थी। ड्यूटी पर जाने से पहले वो मतदान करके गए थे। हिमाचल में 1952 से लेकर 2022 में पंचायत, विधानसभा से लेकर लोकसभा तक के हर चुनाव में श्याम सरन नेगी ने मतदान किया। परिवार, ड्यूटी और बीमारी के बीच भी वो कभी मतदान करना नहीं भूले। 1951 से लेकर अब तक 16 बार लोकसभा चुनाव में मतदान किया है। 2014 से हिमाचल के चुनाव आइकन भी हैं। हिमाचल में हुए अब तक हर विधानसभा चुनाव और पंचायत चुनाव में उन्होंने मतदान किया है। ये अपने आप में एक रिकॉर्ड है। 

चुनाव आयोग ने उन्हें अपना ब्रान्ड एंबेसडर भी बनाया था। नेगी कहते थे कि मैं अपने वोट की अहमियत जानता हूं। शरीर साथ नहीं दे रहा तो मैं आत्मशक्ति की बदौलत वोट देने जाता रहा हूं। उन्होंने कुछ दिनों पहले ये आशंका भी जता दी थी कि हो सकता है कि ये चुनाव मेरा आखिरी मतदान हो, लेकिन मैं अपने जीवन के अंतिम चरण में इसे छोड़ना नहीं चाहता। उनकी अपील पर हिमाचल विधानसभा चुनाव 2022 के लिए पहले ही उनसे मतदान करवा लिया गया था। फिल्म 'सनम रे' में भी श्याम सरन नेगी को दिखाया गया है। 

श्याम सरन नेगी (Shyam Saran negi) ने बताया था कि पहले आम चुनाव में मुझे ड्यूटी के लिए घर से नौ किलोमीटिर दूर मूरांग गांव में बने मतदान केंद्र पर भेजा गया था, लेकिन मेरा वोट अपने गांव कल्पा में था। मैं एक रात पहले अपने घर आ गया था। कड़ाके की ठंड में सुबह 4 बजे उठकर तैयार हुआ। सुबह 6 बजे अपने पोलिंग बूथ पर पहुंचा तब बहां कोई आदमी मौजूद नहीं था। मैं पोलिंग पार्टी का इंतजार कर रहा था। मैंने उनसे अनुरोध किया कि मुझे पोलिंग करवाने के लिए ड्यूटी पर जाना है। ऐसे में पोलिंग पार्टी ने मुझे निर्धारित समय से आधा घंटा पहले साढ़े छह बजे ही वोट डालने दिया। ऐसे मैं देश का पहला वोटर बन गया। नेगी देश के हर नागरिक को वोट डालने के लिए प्रोत्साहित करते थे। जब भी वो मतदान करने के लिए जाते थे। प्रशासन की टीम उन्हें घर पर लेने आती थी और उनके स्वागत के लिए रेड कारपेट बिछाया जाता था।


- PTC NEWS

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