फरीदाबाद: फरीदाबाद के रिवाजपुर इलाके में बीती रात मकान तोड़े जाने के डर से एक 15 वर्षीय किशोर (अजय) ने घर में फांसी का फंदा लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली । परिवार का आरोप है कि इलाके में डंपिंग ग्राउंड बनाया जाना है। जिसके लिए प्रशासन में आसपास के मकानों को तोड़ने के लिए नोटिस दिए हैं । यह बच्चा इसी बात से डरा हुआ था कि उसका मकान ना टूट जाए इसके चलते उसने आत्महत्या कर ली ।
दरअसल पूरा मामला यह है की रिवाजपुर गांव में जिला प्रशासन द्वारा डंपिंग ग्राउंड बनाया जाना है । इसी को लेकर इलाके के लोग पिछले काफी दिनों से धरना प्रदर्शन पर बैठे हैं । इलाके के लोगों के मुताबिक वह नहीं चाहते कि उनके इलाके में डंपिंग ग्राउंड बनाया जाए। क्योंकि इससे उनके यहां हवा पानी सब खराब हो जाएगा । वही इस बीच जिला प्रशासन ने इलाके के कुछ लोगों के मकानों को हटाने के लिए नोटिस चस्पा कर दिए । परिवार का आरोप है इसी बात से यह बच्चा घबराया हुआ था । उसे लगता था कि जिला प्रशासन उसके मकानों को तोड़ देगा और इसी बात से वह कई दिनों से तनाव में था और बुधवार रात को फांसी लगाकर उसने आत्महत्या कर ली । मृतक की मौसी और भाई के मुताबिक अजय काफी डिप्रेशन में था। उसे मरने से पहले अपनी मां से कहा था कि यदि वह अपनी जान दे दें तो क्या उनके मकान टूटने से बच जाएंगे । लेकिन मां ने उसे ऐसा कदम उठाने के लिए मना किया था
मामले की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने मृतक शव का पोस्टमार्टम कराया और अब मामले की जांच कर रही है ।
दरअसल रिवाजपुर और टीकावली गांव समेत तमाम जिले में भूमाफिया कृषि की जमीने खरीद कर अवैध रूप से 60-60 गज के प्लॉट काट काट कर गरीब लोगों को बेच देते हैं । जिसमें नगर निगम की भी मिलीभगत होती है और जब गरीब लोग पाई पाई जोड़ कर मकान बनाते हैं तो उन्हें तोड़फोड़ के नोटिस आ जाते हैं । जिसको लेकर गरीब आदमी डिप्रेशन में आकर गलत कदम उठा लेता है । इस मामले में भी एक नाबालिग बच्चे ने अपने घर को बचाने के लिए अपनी जान दे दी । अब देखना होगा क्या सरकार या प्रशासन अवैध प्लाटिंग करने वालों के खिलाफ कोई कदम उठाएंगे या नहीं ?