हरियाणा विधानसभा भवन के लिए चंडीगढ़ में जमीन देने का मामला, ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा: हम मुफ्त में कुछ नहीं ले रहे
चंडीगढ़/अभिषेक तक्षक: हरियाणा सरकार चंडीगढ़ में अपना अलग विधानसभा भवन बनाने के लिए जमीन तलाश कर रही है। जमीन के मामले को लेकर पंजाब में राजनीति गरमा गई है। आम आदमी पार्टी, कांग्रेस, सहित पंजाब के सभी दलों ने चंडीगढ़ पर पंजाब का हक बताया और हरियाणा को जमीन देने के प्रस्ताव का विरोध जताया है।
इस बीच, चंडीगढ़ प्रशासन ने कहा है कि यदि पंजाब को चंडीगढ़ में अलग विधानसभा भवन बनाने के लिए जमीन चाहिए तो वह इसका प्रस्ताव भेज सकता है। इस पूरे विवाद पर हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि ये कोई पहली बार नहीं है, चंडीगढ़ में पहले भी भवन निर्माण के लिए जगह मांगी गई है। जब भी जरूरत महसूस हुई, पंजाब ने मिनी सचिवालय बनाया हरियाणा ने भी बनाया। मैं समझता हूं कि हर चीज का राजनीतिकरण करना जरुरी नहीं है। हमने हमारी विधानसभा की जरूरतों को देखते हुए निवेदन किया है।
हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि 2026 के परिसीमन के हिसाब से 25 से 30 विधानसभा की नई सीटे बढ़ेंगी। इस दृष्टि से हमने नए विधानसभा भवन बनाने की ओर रूख किया है। अनावश्यक तरीके से इसका राजनीतिकरण किया जा रहा हैं। विधानसभा सत्र के दौरान हामरे मंत्रियों के पास बैठने के लिए कमरे भी नहीं हैं। मीडिया के लिए भी उचित व्यवस्था नहीं है। इसलिए हमने चंडीगढ़ में जमीन के लिए आवेदन किया है। हम मुफ्त में जमीन नहीं ले रहे हैं उसकी कीमत भी दे रहे हैं।
बता दें, हरियाणा की नई विधानसभा के लिए रेलवे स्टेशन से आइटी पार्क को जाने वाले रोड पर दस एकड़ जमीन देने का प्रस्ताव है। इस मुद्दे पर पिछले दिनों हरियाणा के विधानसभा अध्यक्ष चंडीगढ़ के प्रशासक व पंजाब के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित से भी मुलाकात की थी। हरियाणा सरकार ने इस जमीन के बदले में मनसा देवी कांप्लेक्स के सेक्टर-7 में दस एकड़ जमीन देने का प्रस्ताव भेजा है।
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