बांग्लादेश में इस्कॉन टैंपल पर कट्टरपंथियों ने किया हमला, मंदिर में तोड़फोड़ के साथ की लूटपाट...कई लोग घायल
बांग्लादेश सरकार के तमाम दावों के बावजूद अल्पसंख्यक हिंदू आज भी सुरक्षित नहीं हैं। बांगलादेश में हिंदू आज भी कट्टरपंथियों के निशाने पर हैं। एक बार फिर कट्टरपंथियों ने हिंदू मंदिर को निशाना बनाया है। रिपोर्ट के मुताबिक इस बार बांग्लादेश की राजधानी ढाका में स्थित इस्कॉन (ISKON) राधाकांता मंदिर पर गुरुवार शाम भीड़ ने हमला कर दिया।
मंदिर मे तोड़फोड़ की गई और भीड़ यहां रखी कीमती वस्तुओं को भी लूटा गाया। हमले में कई लोगों के जख्मी होने की भी खबर है।बताया जा रहा है कि ढाका के वारी में 222 लाल मोहन साहा स्ट्रीट में स्थित इस्कॉन राधाकांता मंदिर में शाम 7 बजे ये हमला हुआ। ये हमला हाजी सैफुल्लाह की अगुआई में 200 से ज्यादा लोगों की भीड़ ने किया। मंदिर में तोड़फोड़ और लूट की गई। हमले में सुमंत्रा चंद्र श्रवण, निहार हल्दार, राजीव भद्र और अन्य कई लोग भी जख्मी हुए हैं।
यह पहला मौका नहीं है, जब बांग्लादेश में हिंदुओं के मंदिर पर हमला हुआ है। बांग्लादेश में पिछले कुछ साल में हिंदुओं और उनके धार्मिक स्थानों पर हमले की घटनाएं लगातार बढ़ी हैं। पिछले साल ही नवरात्रि के दौरान कुछ दुर्गा पूजा पंडालों पर कट्टरपंथियों ने हमला किया था। इस दौरान कई मंदिरों पर भी हमले हुए थे। इस हिंसा में 2 हिंदुओं समेत 7 लोगों की मौत हुई थी। तब भी ढाका स्थित इस्कॉन मंदिर पर हमला हुआ था।
9 सालों में 3678 हमले
बांग्लादेश में अल्पसंख्यक अधिकारों पर काम कर रही संस्था AKS के अनुसार पिछले 9 साल में बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों को 3679 बार हमलों का सामना करना पड़ा। इस दौरान 1678 मामले धार्मिक स्थलों में तोड़फोड़ और हथियारबंद हमलों के सामने आए। इसके अलावा घरों-मकानों में तोड़-फोड़ और आगजनी समेत हिंदू समुदाय को निशाना बनाकर लगातार हमले किए गए।
9 प्रतिशत है हिंदू आबादी
बांग्लादेश की कुल आबादी 16।5 करोड़ है। इसमें हिंदू लोगों की संख्या करीब 9 प्रतिशत है। पिछले 3-4 साल में हिंदुओं पर हमले के मामले बढ़े हैं। कुछ कट्टरपंथी लगातार इस तरह के हमले कर रहे हैं।