राकेश टिकैत बोले- आंदोलन 2024 तक भी चल सकता है
नारनौंद। किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा किसानों की कुर्बानियां बेकार नहीं जाएगी। सरकार की बयानबाजी से किसान विचलित न हो और शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन जारी रखें। राजबीर के परिवार का नाम शहीदों में लिखा जाएगा। परिवार ने किसानों के लिए बहुत बड़ी शहादत दी है। जिसको किसान कभी नहीं भुला सकता। दरअसल किसान नेता राकेश टिकैत गांव सिसाय के किसान राजबीर के परिवार को सांत्वना देने पहुंचे थे। [caption id="attachment_480591" align="aligncenter" width="700"] राकेश टिकैत बोले- आंदोलन 2024 तक भी चल सकता है[/caption] इस दौरान पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि किसान को यह आंदोलन जीतना होगा क्योंकि यह उनकी रोजी-रोटी व जमीन छीनने का सवाल है। देश का किसान व जवान इस आंदोलन से जुड़ा हुआ है। जिस प्रकार से किसान व संत महात्मा सुसाइड नोट लिखकर आत्महत्या कर रहे हैं, सरकार को शर्म आनी चाहिए। हम किसानों से अपील करते हैं ऐसे कदम न उठाएं। यह लड़ाई बहुत लंबी लड़नी पड़ेगी। देश को आजादी के लिए 90 साल तक लड़ाई लड़नी पड़ी थी। यह भी पढ़ें- डिप्टी सीएम ने किसानों को दिलाया विश्वास, बोले- हमारे होते मंडियां न कमजोर होंगी, न खत्म यह भी पढ़ें- सदन में जेजेपी विधायक नैना चौटाला ने रखी मांग, 5100 रुपये बुढ़ापा पेंशन करे सरकार टिकैत ने कहा कि भाजपा सरकार व्यापारियों की सरकार बन चुकी है। वह किसान से ज्यादा व्यापारी को अहमियत दे रही है। दुष्यंत चौटाला मजबूरी में बोल रहे हैं। क्योंकि हर किसी की फाइल सरकार ने दबाने के लिए बना कर रखी हुई है। जो भी किसानों के पक्ष में बोलता है उस पर बलराज कुंडू की तरह कार्रवाई की जाती है। उसी डर से दुष्यंत भी इनकी भाषा बोल रहे हैं इनकी अपनी मजबूरी है। आंदोलन को लड़ने के लिए त्याग करना पड़ता है जो एक राजनीतिक लोगों में नहीं होता। देश की आजादी की लड़ाई की तरह यह आंदोलन भी देश की आम जनता को लड़ना है। [caption id="attachment_480590" align="aligncenter" width="700"] राकेश टिकैत बोले- आंदोलन 2024 तक भी चल सकता है[/caption] किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा जिन राज्यों में चुनाव है वहां पर किसान जाएंगे और भाजपा के विरुद्ध वोट डलवाने का काम करेंगे। आंदोलन अगली सर्दी या फिर 2024 तक भी चल सकता है। हम किसी भी हाल में कानून रद्द होने तक घर वापसी नहीं करेंगे। सरकार को इस तरफ ध्यान देना चाहिए कि लोग अपना बलिदान दे रहे हैं। वह पीछे नहीं हटेंगे।