सुप्रीम कोर्ट के कई न्यायाधीशों को स्वाइन फ्लू, ऐसे कर सकते हैं बचाव
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट के 5 न्यायाधीश स्वाइन फ्लू की चपेट में आ गए हैं। ऐसे में उच्चतम न्यायालय में स्थिति से निपटने के लिए स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने एहतियाती कदम उठाए हैं। एच1एन1 वायरस से निपटने के लिए उच्चतम न्यायालय परिसर में सीजीएचएस की फर्स्ट ऐड पोस्ट (एफएपी) को मजबूत बनाया गया है। प्रोटोकॉल के अनुसार सभी न्यायाधीशों के लिए उपचार की व्यवस्था की गई है। न्यायाधीशों के संपर्क में आने वाले उनके परिवार के सदस्यों सहित सभी का रोगनिरोधी उपचार किया गया। [caption id="attachment_391566" align="aligncenter" width="700"] सुप्रीम कोर्ट के कई न्यायाधीशों को स्वाइन फ्लू, ऐसे कर सकते हैं बचाव[/caption] सभी 5 न्यायाधीशों को घर में अलग रखा गया है। इनमें से 3 न्यायाधीशों ने अपना काम शुरू कर दिया है और 2 घर में निगरानी में हैं तथा स्वस्थ हो रहे हैं। अदालत कक्षों और रिहाइशी स्थानों की सफाई की गई है। सभी संबद्ध लोगों के बीच एहतियाती उपायों के संबंध में जागरूकता का प्रचार किया गया है। यह भी पढ़ें: एंबुलेंस ड्राइवर ने NHM अधिकारी की प्रताड़ना से तंग आकर खाया जहरीला पदार्थ हालांकि एच1एन1 एक मौसमी संक्रमण है, जो आमतौर से हर वर्ष दो बार (एक बार जनवरी से मार्च और दूसरी बार जुलाई से सितम्बर) होता है। ऐसे में इससे बचने के लिए एहतियाती उपाय करें, जैसे खांसते समय अपनी नाक और मुंह को टिश्यू/रूमाल से ढंक कर रखे, अक्सर अपने हाथ साबुन और पानी से धोएं, भीड़भाड़ से बचें, आंखों, नाक अथवा मुंह को छूने से परहेज करें, यदि आपको कफ/खांसी-जुकाम है तो भीड़भाड़ वाली जगहों से दूर रहें, काफी पानी पीएं, अच्छी नींद सोएं। कोई भी लक्षण दिखाई देने पर तत्काल नजीदीकी सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधा से संपर्क किया जा सकता है। ---PTC NEWS---