कस्टोडियल डेथ मामले में यूपी नंबर-1, दो सालों में 952 लोगों ने तोड़ा दम

By  Vinod Kumar July 28th 2022 11:32 AM

केंद्र सरकार ने संसद में एक आंकड़ा सांझा किया है। सरकार के अनुसार भारत में हिरासत में होने वाली मौतों की कुल संख्या 2020-21 में 1,940 से बढ़कर 2021-22 में 2,544 हो गई है। इस मामले में यूपी नंबर एक प है।

यूपी में पिछले दो सालों में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में हिरासत में सबसे ज्यादा मौतें हुई हैं। 2020-21 में यूपी में हिरासत के दौरान 451 लोगों की मौत हुई है। 2021-22 में यह संख्या बढ़कर 501 हो गई। इसके बाद उत्तर प्रदेश का पुलिस विभाग सवालों के कटघरे में खड़ा हो गया है।

केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के सांसद अब्दुस्समद समदानी के एक सवाल के जवाब में ये जानकारी संसद में दी है। यूपी के बाद सबसे ज्यादा मौतें पश्चिम बंगाल में हुईं। यहां 2020-21 में 185 मौतें और 2021-22 में 257 मौतें रिकॉर्ड हुई है। आंकड़ों के अनुसार पिछले दो सालों में बिहार में पुलिस हिरासत में कुल 396, मध्य प्रदेश में 364 और महाराष्ट्र में 340 मौतें हुई हैं।

सपा ने प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ पर भी जमकर हमला बोला है। सपा की ओर से आरोप लगाते हुए कहा गया है कि सीएम योगी सदन से लेकर मंच से दिए गए भाषणों में सिर्फ झूठ बोलते हैं। हिमाचल में आठ मौतें दर्ज की गई हैं। लक्षदीप और लद्दाख में दोनों साल एक भी हिरासत में मौत नहीं दर्ज की गई है। तो वहीं मणिपुर, अंडमान निकोबार, पुदुचेरी में एक मौत दर्ज की गई है।

former IAF Officer found dead

क्या सरकार ने हिरासत में हुई मौतों की शिकायतों की जांच के लिए कोई तंत्र स्थापित किया गया है। इस सवाल के जवाब में नित्यानंद राय ने कहा कि पुलिस और सार्वजनिक व्यवस्था ऐसे विषय हैं जो संविधान में राज्य सूची के अंतर्गत आते हैं।

 

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