पूरी दुनिया में बज रहा डंडियन टैलेंट का डंका, इस अमेरिकी कंपनी ने भारतीय मूल के नरसिम्हन को सौंपी कमान

By  Vinod Kumar September 2nd 2022 04:45 PM

अमेरिकी कंपनी स्टारबक्स ने लक्ष्मण नरसिम्हन को अपना अगला नया सीईओ बनाने का ऐलान किया है। नरसिम्हन भारत से संबंध रखते हैं। नरसिम्हन स्टारबक्स में सीईओ हॉवर्ड शुल्त्स की जगह लेंगे।

स्टारबक्स ने कहा है कि लंबे समय से पेप्सिको के एक्जीक्यूटिव रहे लक्ष्मण नरसिम्हन लंदन से सिएटल में आने के बाद 1 अक्टूबर 2022 को स्टारबक्स में शामिल होंगे। क्योंकि, स्टारबक्स सिएटल में बेस्ड है। लक्ष्मण नरसिम्हन 1 अप्रैल 2023 तक स्टारबक्स के इंटरिम CEO हॉवर्ड शुल्त्स के साथ मिलकर काम करेंगे। स्टारबक्स बोर्ड की अध्यक्ष मेलोडी हॉब्सन ने कहा कि कंपनी का मानना है कि हमें अपने अगले सीईओ लक्ष्मण नरसिम्हन के रूप में एक असाधारण व्यक्ति मिली है।

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दुनिया की सबसे बड़ी कॉफी चेन कंपनी को स्टारबक्स के नाम से जाना जाता है। खराब दौर से गुजर रही स्टारबक्स नरसिम्हन को फिर से स्टारबक्स को खड़ा करने की जिम्मेदारी होगी। हालिया समय में स्टारबक्स के 200 से अधिक अमेरिकी स्टोरों में यूनियन का दबदबा हो गया है। इसमें कर्मचारी महंगाई के समय में बेहतर लाभ और मजदूरी की मांग कर रहे हैं।

नरसिम्हन इससे पहले रेकिट के सीईओ थे। रेकिट एनफैमिल बेबी फॉर्मूला, ड्यूरेक्स कंडोम, और म्यूसिनेक्स कोल्ड सिरप भी बनाती है। नरसिम्हन पेप्सिको में CEO, ग्लोबल चीफ कमर्शियल ऑफिसर समेत कई लीडरशिप पदों पर रह चुके हैं। नरसिम्हन कंसल्टिंग फर्म मैकिन्से एंड कंपनी में सीनियर पार्टनर थे। जहां उन्होंने US, एशिया और इंडिया में अपने कंज्यूमर, रिटेल और टेक्नोलॉजी प्रेक्टिसेस पर फोक्स किया था।

1993 से 2012 तक नरसिम्हन ने मैनेजमेंट कंसल्टेंसी फर्म में काम किया। नरसिम्हन ने सार्वजनिक क्षेत्र में विशेष रूप से स्किल बिल्डिंग और शिक्षा के क्षेत्रों में प्रोजेक्ट का नेतृत्व किया है। नरसिम्हन अमेरिकन नॉन-प्रॉफिट फॉरेन पॉलिसी एसोसिएशन और ब्रुकिंग्स इंस्टीट्यूशन के एक थिंक टैंक के फेलो हैं।

नरसिम्हन ने पुणे विश्वविद्यालय के कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद यूनिवर्सिटी ऑफ पेनसिल्वेनिया के व्हार्टन बिजनेस स्कूल से एमबीए की डिग्री हासिल की थी। नरसिम्हन ने जर्मनी में मास्टर्स की पढ़ाई की है। नरसिम्हन का जन्म पुणे में हुआ था।

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