सोनीपत। (जयदीप राठी) सोनीपत के सिंघु बॉर्डर पर किसान लगातार तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ बैठे हुए हैं और किसानों की मांग यही है कि तीनों कृषि कानून रद्द हो, लेकिन कहीं ना कहीं अब किसान अब कुर्बानी के रास्ते पर चल पड़े हैं। सिंघु बॉर्डर पर ही बाबा संतराम सिंह ने अपने आप को गोली मारकर मौत के घाट उतारा था तो आज एक पंजाब से आए किसान ने भी जहर खाकर अपनी जीवन लीला समाप्त करने की कोशिश की है।
प्रदर्शन में आए किसान ने जहर खाकर की आत्महत्या की कोशिश, अस्पताल में भर्ती
आत्महत्या की कोशिश करने वाले किसान निरंजन सिंह ने बताया कि आज सुबह सिंघु बॉर्डर पर पहुंचा था। आज मैंने सोचा बगैर कुर्बानी के यह जंग जीत नहीं सकते और मैंने जहर खा लिया क्योंकि सरकार कुर्बानी के बिना यह कानून वापस नहीं लेगी।
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किसान ने कहा कि सरकार किसानों की मांग नहीं मान रही है, 3 महीने बीत चुके हैं। किसान लगातार आंदोलन कर रहे हैं और सरकार किसानों की तरफ ध्यान नहीं दे रही है। बच्चे या महिला सब इतनी सर्दी में आंदोलन कर रहे हैं यह ठीक नहीं है।
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फिलहाल किसान की हालत बिगड़ी हुई है और उसे रोहतक पीजीआई इलाज के लिए भेज दिया गया है। किसान पंजाब के तरनतारन का रहने वाला है। यह अन्य किसानों के साथ सिंघु बॉर्डर पर बैठा था और वहां जहर निगल लिया।