फरीदाबाद। (सुधीर शर्मा) हरियाणा का पहला प्लाज्मा डोनेशन केंद्र फरीदाबाद के ईएसआई मेडिकल कॉलेज में बनाया गया है। जहां प्लाज्मा निकालने के लिए आधुनिक मशीनें लगाई गई हैं। यही नहीं प्लाज्मा को सेव करने के लिए विशेष किस्म के फ्रीजर भी यहां उपलब्ध है जिसमें 1 साल तक प्लाज्मा को स्टोर करके रखा जा सकता है।
कोरोना के क्रिटिकल मरीजों की जान बचाने के लिए प्लाज्मा अति महत्वपूर्ण रोल अदा करता है और यह प्लाज्मा सिर्फ कोरोना की जंग जीत कर ठीक हुए मरीजों से हासिल किया जाता है।
ईएसआई मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. असीम दास ने बताया कि हरियाणा प्रदेश का प्लाज्मा डोनेशन केंद्र यहां इसलिए बनाया गया है क्योंकि फरीदाबाद और गुरुग्राम में प्रदेश के सबसे ज्यादा संक्रमित मरीज हैं। उन्होंने बताया कि कोरोना की बीमारी से ठीक हुआ व्यक्ति ही प्लाज्मा दान कर सकता है।
उन्होंने बताया कि उनके यहां प्लाज्मा निकालने के लिए दो आधुनिक मशीनें और फ्रीजर लगाए गए हैं। उन्होंने बताया की एक मरीज का प्लाज्मा निकालने में 45 मिनट से 1 घंटे का समय लगता है। करोना से ठीक हुए व्यक्ति का प्लाज्मा लेने से पहले कई जरूरी टेस्ट किए जाते हैं जिन पर खरा उतरने के बाद ही प्लाज्मा निकाला जाता है। उन्होंने कहा की प्लाज्मा देने से डोनर को किसी किस्म का कोई नुकसान नहीं होता इसलिए ठीक होने वाले मरीजों को आगे आकर प्लाज्मा दान करना चाहिए जिससे किसी की जान बचाई जा सके।
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