हरियाणा के 12 विधायक एनसीएसएल के सम्मेलन के लिए हुए अमेरिका हुए रवाना, तीन दिवसीय कार्यक्रम में पूरी दुनिया से 6 हज़ार विधायक होंगे शामिल

इस कार्यक्रम के लिए LNCB ने हरियाणा विधानसभा को निमंत्रण दिया था, जिसमें BJP, कांग्रेस और इनेलो समेत कुल 12 MLA ने निमंत्रण को स्वीकार किया। हालांकि अमेरिका आने-जाने का खर्च उन्हें खुद वहन करना होगा

By  Baishali August 3rd 2025 04:24 PM

कुरुक्षेत्र: हरियाणा के 12 विधायक नेशनल कॉन्फ्रेंस ऑफ स्टेट लेजिस्लेचर्स (NCSL) सम्मेलन में शामिल होने के लिए अमेरिका को बोस्टन के लिए रवाना हो गए। रविवार तड़के करीब 3 बजे दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उनकी फ्लाइट ने उड़ान भरी। 


यह विधायकी सम्मेलन अमेरिका के बोस्टन में 4 अगस्त से शुरू होने जा रहा है जो 6 अगस्त तक चलेगा। नेशनल लेजिस्लेचर्स कॉन्फ्रेंस भारत (LNCB) की ओर से विधायकी सम्मेलन रखा गया है। इससे पहले भी यह संस्था इस तरह के सम्मेलन करवा चुकी है। इस सम्मेलन में पूरी दुनिया के MLA हिस्सा लेंगे। भारत से सबसे ज्यादा 24 राज्यों के 21 विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के 130 MLA ने निमंत्रण स्वीकार किया, इनमें 12 विधायक हरियाणा से हैं। सम्मेलन में दुनियाभर के 6 हजार से ज्यादा विधायक शामिल होंगे।


इस कार्यक्रम के लिए LNCB ने हरियाणा विधानसभा को निमंत्रण दिया था, जिसमें BJP, कांग्रेस और इनेलो समेत कुल 12 MLA ने निमंत्रण को स्वीकार किया। हालांकि अमेरिका आने-जाने का खर्च उन्हें खुद वहन करना होगा। तीन दिवसीय सम्मेलन 6 अगस्त को संपन्न होगा, लेकिन हरियाणा के सभी विधायक 20 अगस्त लौटेंगे आएंगे। 


अमेरिका जाने वाले विधायकों में कांग्रेस के 7 MLA हैं, जिनमें थानेसर से अशोक अरोड़ा, आफताब अहमद (मेवात), भारत भूषण बत्रा (रोहतक), अकरम खान (जगाधरी​​), इंदूराज नरवाल (बड़ौदा), आदित्य सुरजेवाला (कैथल) व बलराम डांगी (महम) एक साथ रवाना हुए।


गौरतलब है कि बीजेपी और इनेलो के विधायक भी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे। सभी विधायक एक ही फ्लाइट में रवाना हुए। इसमें बीजेपी की ओर से सोनीपत के निखिल मदान, रेवाड़ी से अनिल राव व पूंडरी से सतपाल जांबा, डबवाली से इनेलो के आदित्य देवीलाल और गन्नौर निर्दलीय विधायक देवेंद्र कादियान शामिल हैं।


इस सम्मेलन का मकसद विधायकों की क्षमता निर्माण और वैश्विक लोकतांत्रिक संवाद को बढ़ावा देता है। इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डिजिटल डेमोक्रेसी, साइबर सुरक्षा, वोटर विश्वास, शिक्षा, सेहत और अन्य कई मुद्दों पर चर्चा होगी। इसके अलावा विधायकों को एक-दूसरे की विधायी प्रणाली को समझने का मौका भी मिलेगा।

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