अमेरिका में भारतीय मूल के आईटी विशेषज्ञ नंद मूलचंदानी को केंद्रीय खुफिया एजेंसी (सीआईए) का पहले मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी होंगे। सीआईए के निदेशक विलियम जे. बर्न्स ने नंद मूलचंदानी की नियुक्ति की। उन्होंने सोशल मीडिया पर उनकी नियुक्ति की जानकारी दी है।
सीआईए के मुताबिक, मूलचंदानी के पास सिलिकॉन वैली में काम करने का 25 साल से ज्यादा का अनुभव है। सीआईए ने अपने एक बयान में बताया कि, 25 से अधिक साले के अनुभव के साथ मूलचंदानी अब तय करेंगे कि एजेंसी अपने मिशन को आगे बढ़ाने के लिए कैसे अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करेगी।
सीआईए ने ये भी कहा कि, मूलचंदानी रक्षा विभाग (डीओडी) में भी काम कर चुके हैं। इसके अलावा उनके पास निजी सेक्टर में काम करने का अनुभव है।" वहीं सीआईए के निदेशक विलियम जे. बर्न्स ने कहा कि, मैंने हमेशा टेक्नोलॉजी पर ध्यान केंद्रित किया है। मुझे खुशी है किवो हमारी टीम में शामिल हुए हैं और इस महत्वपूर्ण नई भूमिका में वह अपने अनुभव को लेकर आएंगे।
गौरतलब है कि सीआईए में शामिल होने से पहले मूलचंदानी ने हाल ही में सीटीओ और डीओडी के संयुक्त आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सेंटर के कार्यवाहक निदेशक के रूप में कार्य किया। वे कई सफल स्टार्टअप ओब्लिक्स (ओरेकल द्वारा अधिग्रहित), डिटरमिना (वीएमवेयर द्वारा अधिग्रहित), ओपनडीएनएस (सिस्को द्वारा अधिग्रहित), और स्केलएक्सट्रीम (साइट्रिक्स द्वारा अधिग्रहित) के सह-स्थापना की और सीईओ भी थे।
मूलचंदानी का दिल्ली से ये है संबंध
मूलचंदानी ने अपनी स्कूली शिक्षा दिल्ली में पूरी की है। 1979 और 1987 के बीच उनकी पढ़ाई ब्लूबेल्स स्कूल इंटरनेशनल में हुई थी। ये स्कूल दिल्ली के ग्रेटर कैलाश में स्थित है। इसके बाद वह फिर कंप्यूटर विज्ञान और गणित में स्नातक पाठ्यक्रम के लिए कॉर्नेल विश्वविद्यालय गए। इसके बाद उन्होंने स्टैनफोर्ड से मैनेजमेंट में मास्टर ऑफ साइंस की डिग्री और हार्वर्ड से पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर की डिग्री हासिल की थी।