बहादुरगढ़ के उद्योगपतियों ने प्रधानमंत्री को लिखा पत्र, दिल्ली के बंद रास्ते खुलवाने की मांग

By  Arvind Kumar July 3rd 2021 05:16 PM

बहादुरगढ़। (प्रदीप धनखड़) पहले कोरोना और अब किसान आंदोलन के चलते बन्द रास्तों ने बहादुरगढ़ के उद्योग की कमर तोड़ दी है। एक साल के दरम्यान में इंडस्ट्री को करीबन 20 हजार करोड़ का नुकसान उठाना पड़ा है। बढ़ते नुकसान और फैक्ट्रियां बन्द होने से डरे उद्यमियों ने अब प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है।

पत्र के जरिये प्रधानमंत्री से दिल्ली की बन्द सड़कें खुलवाने की मांग की गई है। किसान आंदोलन के चलते बहादुरगढ़-दिल्ली सीमा पर एक तरफ़ किसानों की स्टेज लगी है तो दूसरी तरफ दिल्ली पुलिस की बैरिकेडिंग है। किसानों की स्टेज तक जाने का रास्ता तो खुला है लेकिन उससे आगे दिल्ली पुलिस ने पक्की दीवार और कंटीले तार जमीन में गाड़ रखे हैं। लिहाजा पिछले करीबन साढ़े 7 माह से टिकरी बॉर्डर बन्द है।

दिल्ली के व्यापारी बहादुरगढ़ व्यापार के लिए नहीं आ पा रहे हैं। ट्रांसपोर्ट खर्चा डबल ट्रिपल हो गया है। जिसके कारण उद्यमी परेशान हैं। बहादुरगढ़ के उद्यमियों के कहना है कि उन्हें किसानों के आंदोलन से दिक्कत नहीं है उन्हें तो दिक्कत दिल्ली के बन्द रास्तों से हो रही है और उन्हीं रास्तों को खुलवाने के लिए प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है।

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बहादुरगढ चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के सीनियर वाईस प्रेजिडेंट नरेंद्र छिकारा ने बताया कि बहादुरगढ़ में बड़ी छोटी और मध्यम इंडस्ट्री मिलाकर करीबन 9 हजार फैक्ट्री हैं। जिनमें साढ़े सात लाख के करीब लोगों को रोजगार मिला हुआ है। अब चूंकि दिल्ली की सड़क बन्द है तो दिल्ली से आने वाले कर्मचारी भी अब नहीं आ पा रहे हैं। जो व्यापारी सीधा फैक्ट्री आकर माल खरीदता था वो भी नहीं आ रहा। प्रोडक्शन कॉस्ट और माल ढुलाई कोस्ट बढ़ गई है। अब तो उनकी प्रधानमंत्री से इतनी सी अपील है कि किसानों की नहीं तो उनकी पुकार सुन लो। समाधान निकाल दो। बन्द सड़के तो खुलवा ही दो। ताकि कोरोना और आंदोलन के कारण बन्द सड़कों से हुए नुकसान की भरपाई उद्यमी अपनी मेहनत स पूरी कर सके।

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