जींद: हरियाणा के जीन्द में गुरुवार को खापों की एक महापंचायत हुई। पंचायत में प्रदेश भर से 100 से ज्यादा खापों ने भागीदारी की। केंद्र की ओर से लड़कियों की शादी की उम्र 18 साल से 21 साल करने के फैसले पर खाप पंचायतें नाराज नजर आयी। खापों ने कहा कि उन्हें कानूनी शादी की उम्र 21 साल करने से कोई एतराज नहीं है पर शादी करने की सामाजिक उम्र 18 साल भी मान्य होनी चाहिए।
खाप पंचायतों ने इसके पीछे अजीब तर्क देते हुए कहा कि लड़कियां कई बार 18 साल की उम्र में खराब हो जाती हैं। इसलिए उनकी शादी करना उनकी मजबूरी हो जाती है। लड़की की शादी करने का अधिकार परिजनों के पास होना चाहिए। खापें अपनी मांगों को लेकर केंद्र और राज्य सरकार को अपना ड्राफ्ट सौपेंगी और उत्तर भारत में मुहिम भी शुरू करेगी। गुरुवार को जींद में इकट्ठा हुए कई खाप नेताओं ने कहा कि केंद्र को प्रस्तावित 21 के बजाय 18 साल की उम्र में माता-पिता को अपनी बेटियों की शादी करने की अनुमति देना जारी रखना चाहिए।
जींद में हुई खाप पंचायत में पहुंच लोग
एक ही गोत्र और एक ही गांव में शादी अमान्य
इसके अलावा खाप पंचायतों ने निर्णय लिया कि एक गांव और एक गोत्र में शादी को आमान्य माना जाएगा। इसके अलावा पास के गांव में भी शादी को मान्य नहीं माना जाएगा। ये नियम गांव से कस्बे और नगर पालिका बन चुके जंहा कई जगहों से आकर लोग रहते हैं, वहां ये नियम लागू नही होगा। कस्बों में लोग कई जगहों से आकर बस्ते हैं। इसलिए वो पास के गांव की श्रेणी में नहीं आते हैं।
खाप पंचायत में पहुंचे लोग
खाप पंचायत के संयोजक देवव्रत ढांढा ने बताया कि जो तीन प्रस्ताव पारित किए हैं उन पर एक ड्राफ्ट बनाया जाएगा जो केंद्र और राज्य सरकार को सौंपा जाएगा। उतर भारत की खापों को इक्क्ठा किया जाएगा जैसे दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, राजस्थान और हरियाणा। खापें अपने ड्राफ्ट पर काम करेंगी। लड़कियों की शादी की सामाजिक उम्र 18 साल ही होनी चाहिए। खापों के प्रतिनिधियों ने कहा कि लड़कियां कई बार 18 साल की उम्र में खराब हो जाती हैं इसलिए उनकी शादी करना उनकी मजबूरी हो जाती है।
जींद में आयोजित हुई खाप पंचायत