चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी के अध्यक्ष बने एमएम नरवणे, CDS रावत के निधन से खाली पद को संभाला

By  Vinod Kumar December 16th 2021 12:56 PM -- Updated: December 16th 2021 01:54 PM

नई दिल्ली: भारतीय सेना (Indian Army) प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे (Manoj Mukund Naravane) ने चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी (Chiefs of Staff Committee) के अध्यक्ष के रूप में पदभार ग्रहण किया। ये पद चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत (General Bipin Rawat) के दुखद निधन से खाली हुए पद को भरने के लिए एक स्टॉप-गैप व्यवस्था के रूप में है।

MM Naravane, Chiefs of Staff Committee, Indian Army एनएम नरवणे, चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी एमएन नरवणे (फाइल फोटो)

नरवणे को तीनों सेना प्रमुखों में सबसे वरिष्ठ होने के कारण इस पद का प्रभार दिया गया है। इससे इस संभावना को और बल मिला है कि जनरल नरवणे औपचारिक रूप से देश के अगले सीडीएस बनाए जा सकते हैं। देश में सीडीएस का पद गठित किए जाने से पहले तीनों सेना प्रमुखों में से सबसे वरिष्ठ को ही चीफ्स ऑफ स्टाफ कमेटी का अध्यक्ष बनाया जाता था। सीएससी की मंगलवार को बैठक हुई थी जिसमें जनरल रावत, उनकी पत्नी मधुलिका और 11 अन्य सैन्यकर्मियों के निधन पर शोक जताया गया।

MM Naravane, Chiefs of Staff Committee, Indian Army एनएम नरवणे, चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी एमएन नरवणे (फाइल फोटो)

 

भारतीय वायुसेना के चीफ एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी और नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने 30 सितंबर और 30 नवंबर को अपने-अपने पद संभाले थे। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) के पद से पहले, तीन सेवा प्रमुखों में सबसे वरिष्ठ, चीफ्स ऑफ स्टाफ कमेटी के अध्यक्ष हुआ करते थे।

MM Naravane, Chiefs of Staff Committee, Indian Army एनएम नरवणे, चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी एमएन नरवणे (फाइल फोटो)

भारतीय थल सेना के प्रमुख मनोज मुकुंद नरवणे (Manoj Mukund Narvane) का जन्म 22 अप्रैल 1960 को पुणे (Pune) महाराष्ट्र (Maharashtra) में हुआ था। जून 1980 में ये भारतीय थल सेना से जुड़े। इन्हें प्रसिद्धि भारत के 28वें थल सेनाध्यक्ष के रूप में मिली। अपने कार्यकाल में इन्होंने परम विशिष्ट सेवा पदक’, ‘अतिविशिष्ट सेवा पदक’, ‘सेना पदक’, ‘विशिष्ट सेवा पदक’ जैसी उपाधियां हासिल की। अब इन्हें चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी (CSC) का अध्यक्ष चुना गया है।

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