भारत की ओलंपिक डिस्कस थ्रोअर कमलप्रीत कौर को करियर के शानदार मोड़ पर बड़ा झटका लगा है. उन्हें 3 साल के लिए बैन कर दिया गया है. अंतर्राष्ट्रीय संस्था वर्ल्ड एथलेटिक्स से जुड़ी एथलेटिक्स इंटिग्रिटी यूनिट (AIU) ने भारतीय एथलीट कमलप्रीत कौर को डोपिंग मामले में दोषी पाया है, जिसके चलते उन पर 3 साल का बैन लगाया गया है. कमलप्रीत कौर साल 2020 में हुए टोक्यो ओलंपिक गेम्स में छठे नंबर पर रही थीं।
7 मार्च 2022 से लागू होगा 3 साल का बैन
एथलेटिक्स इंटीग्रिटी यूनिट (AIU) ने ट्वीट करते हुए जानकारी दी, जिसमें उन्होंने बताया कि भारत की ओलंपिक डिस्कस थ्रोअर कमलप्रीत कौर के प्रतिबंधित पदार्थ का इस्तेमाल करने के कारण उन्हें दोषी पाते हुए उन पर 3 साल का बैन लगा
दिया गया है और ये बैन 7 मार्च 2022 के बाद से लागू होगा. यानि एथलीट कमलप्रीत कौर ने 7 मार्च से जितनी भी प्रतियोगिता में हिस्सा लिया, उसके परिणामों को वैध नहीं माना जाएगा.
इससे पहले कमलप्रीत कौर को एथलेटिक्स इंटीग्रिटी यूनिट (AIU) ने प्रतिबंधित स्टेरॉयड जांच में पॉजिटिव पाए जाने के बाद अस्थायी रूप से निलंबित किया गया था. अब कमलप्रीत डोपिंग की दोषी पाई गई हैं, जिसके बाद उन पर 3 साल का बैन लगाया गया है।
टोक्यो ओलंपिक में मेडल नहीं लेकिन जीता था दिल
पंजाब के मुक्तसर की रहने वाली 26 साल की कमलप्रीत कौर ने साल 2020 में हुए टोक्यो ओलंपिक गेम्स में डिस्कस थ्रो में भारत का प्रतिनिधित्व किया था. उन्होंने क्वालिफाइंग राउंड में 64 मीटर का बेस्ट थ्रो किया, वो 31 एथलीट की सूची में
दूसरे नंबर पर रही थीं और फाइनल में 63.7 मीटर के बेस्ट थ्रो के साथ छठे नंबर पर रही थीं. बेशक कमलप्रीत कौर ने टोक्यो ओलंपिक में मेडल नहीं जीता था, लेकिन उन्होंने अपने खेल से सभी को प्रभावित किया था और भारतीय दर्शकों का दिल भी जीता था।
कमलप्रीत कौर ने पिछले साल बनाया था नेशनल रिकॉर्ड
डिस्कस थ्रोअर कमलप्रीत कौर ने पिछले साल इंडियन ग्रैंड प्रिक्स टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन करते हुए नेशनल रिकॉर्ड अपने नाम किया था. कमलप्रीत ने इस टूर्नामेंट में अपना सर्वश्रेष्ठ देते हुए 66.59 मीटर थ्रो किया था और ये नेशनल रिकॉर्ड के तौर पर दर्ज किया गया था. अपने इसी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की बदौलत कमलप्रीत कौर ने टोक्यो ओलंपिक के लिए अपनी जगह पक्की की थी।