लुधियाणा कोर्ट बम ब्लास्ट: पाकिस्तान से आया था RDX, पुलिस ने बताई खालिस्तानी और ड्रग्स माफिया की साजिश

By  Vinod Kumar December 25th 2021 03:36 PM -- Updated: December 25th 2021 03:37 PM

पंजाब: लुधियाना कोर्ट परिसर में हुए बम ब्लास्ट की डीजीपी सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय ने परतें खोली। चंडीगढ़ में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि पंजाब पुलिस की फॉरेंसिक जांच में ये पाया गया कि धमाके के लिए RDX का इस्तेमाल किया गया था। हालांकि, धमाके से पानी की पाइपलाइन फट गई, जिससे भारी मात्रा में विस्फोटक बह गया। DGP का कहना है कि मामले की फॉरेंसिक जांच कराई जा रही है, क्योंकि टिफिन बम की भी आशंका है।

DGP सिद्धार्थ चट्‌टोपाध्याय ने चंडीगढ़ में बताया कि हमले के पीछे ड्रग माफिया, गैंगस्टर और खालिस्तानी आतंकियों का हाथ है। धमाके में मारा गया गगनदीप ही कोर्ट में बम प्लांट करने के लिए गया था। गगनदीप ड्रग्स मामले में जेल जा चुका है। जेल में उसकी ड्रग माफिया से दोस्ती हुई। माफिया के बाद वह टेरर की तरफ चला गया। इस दौरान ही वह आर्गेनाइज्ड क्राइम यानी गैंगस्टर्स के संपर्क में आया।

DGP ने कहा कि गगनदीप बम कहीं और प्लांट करना चाहता था। वो बाथरूम में बम को असेंबल करने गया था। इसी समय तारों को जोड़ते समय बम फट गया। शुरूआत में गगनदीप अकेला इस साजिश का हिस्सा लग रहा था लेकिन इसमें और लोग भी शामिल हो सकते हैं। पुलिस को लुधियाना में CCTV में कुछ संदिग्ध नजर आए हैं। जिनकी जांच की जा रही है।

DGP चट्‌टोपाध्याय ने कहा कि यह बहुत तेज और बड़ा धमाका था। फिर भी पुलिस ने तेजी दिखाते हुए इसे 24 घंटे में सुलझा लिया है। मौके से पुलिस को कपड़े, सिम कार्ड, मोबाइल और मृतक के शरीर पर टैटू मिला। जिसके बाद हमें लगा कि मरने वाला ही वहां बम लेकर गया था। जांच में कन्फर्म हो गया कि वहां मरने वाले ने ही ब्लास्ट किया था। जिसकी पहचान पंजाब पुलिस के बर्खास्त कांस्टेबल गगनदीप सिंह के तौर पर हुई।

DGP ने बताया कि गगनदीप के खिलाफ 2019 में NDPS एक्ट का केस दर्ज हुआ था। STF ने उसके पास से 11 अगस्त 2019 को 385 ग्राम हेरोइन बरामद की थी। उस वक्त वह खन्ना के थाना सदर में मुंशी था। इसके बाद उसके साथियों अमनदीप और विकास को भी 400 ग्राम हेरोइन के साथ गिरफ्तार किया गया था। 2 साल जेल में रहने के बाद वह जमानत पर बाहर आया था। इस मामले में उसका ट्रायल भी चल रहा था।

DGP चट्‌टोपाध्याय ने कहा कि लुधियाना धमाके में इस्तेमाल हुआ विस्फोटक ड्रग माफिया इस्तेमाल नहीं करता। पंजाब में ड्रग्स माफिया, गैंगस्टर और आतंक का कॉकटेल सामने आ रहा है। तीनों के मिलने से स्थिति काफी खतरनाक हो गई है। यह विस्फोटक सीमा पार से आया है और इसे आतंकियों ने सप्लाई किया है। शुरूआती जांच में सबूत मिले हैं कि मृतक गगनदीप सिंह के सीमा पार यानी पाकिस्तान में बैठे नशा तस्करों से लिंक थे। हालांकि पुलिस इसकी जांच कर रही है।

गौरतलब है कि मृतक गगनदीप सिंह का पाकिस्तान में बैठे बब्बर खालसा इंटरनेशनल से जुड़े हरविंदर सिंह रिंदा से संपर्क सामने आ रहे हैं। वहीं, रिंदा के लिंक जर्मनी में बैठे खालिस्तानी आतंकी जसविंदर सिंह मुल्तानी से जुड़े बताए जा रहे हैं। जो पाकिस्तान में बैठे ड्रग माफिया के जरिए पंजाब के रास्ते भारत में हथियार और नशा सप्लाई करता है।

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