कृषि कानूनों की वापसी पर किसने क्या कहा! राहुल गांधी बोले झुका अहंकार का सिर

By  Vinod Kumar November 19th 2021 02:47 PM -- Updated: November 19th 2021 02:52 PM

चंडीगढ़: गुरु पर्व पर केंद्र सरकार ने तीनों कृषि कानूनों को वापस (Farm Laws Repealed ) ले लिया है। पीएम नरेंद्र मोदी ने तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान देश के नाम दिए गए अपने संबोधन में किया है।

इस फैसले को लेकर किसानों में खुशी की लहर है और जश्न की तस्वीरें हरियाणा के तमाम इलाकों से सामने आ रही हैं। किसानों ने एक दूसरे को मिठाई खिलाई और शुभकामनाएं दी और कहा कि किसानों के संघर्ष के आगे आखिरकार सरकार को झुकना पड़ा है। किसान संगठनों के साथ साथ नेताओं ने भी सरकार के फैसले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।

कृषि कानूनों को वापस लिए जाने के ऐलान के बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने ट्वीट कर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने सरकार को घेरते हुए टवीट किया ''देश के अन्नदाता ने सत्याग्रह से अहंकार का सर झुका दिया। अन्याय के खिलाफ ये जीत मुबारक हो! जय हिंद, जय हिंद का किसान!'' उन्होंने साथ में पुराना वीडियो भी शेयर किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि किसानों को मेरा पूरा समर्थन है। मुझे उन पर बहुत गर्व है। मेरे शब्दों को मार्क कर लीजिए, सरकार को किसान विरोधी कानूनों को वापस लेना ही पड़ेगा।''

कानून वापसी के मुद्दे पर कांग्रेस नेता अशोक अरोड़ा (Ashok Arora) से भी पीटीसी न्यूज ने बातचीत की है। अशोक अरोड़ा ने कहा है कि देर आए, दुरुस्त आए,लेकिन इस आंदोलन की वजह से कई किसानों की मौत हुई और किसानों के लिए खालिस्तानी शब्दों का भी इस्तेमाल किया गया।

कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला (Randeep Surjewala) ने भी केंद्र सरकार के कानून वापसी के फैसले पर प्रतिक्रिया दी है। सुरजेवाला ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए फैसले का स्वागत किया और इसे किसानों के संघर्ष की जीत बताया। रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि ये केंद्र सरकार के अहंकार की हार का दिन और किसानों के आंदोलन की जीत का दिन है।

हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज (Home Minister Anil Vij) ने फैसले का स्वागत किया है। विज ने कहा है कि पीएम मोदी ने तीनों कानून वापस लेने का ऐलान किया है ऐसे में तमाम किसानो को इसका स्वगत करते हुए धरने खत्म कर देने चाहिए और अपने नियमित कामों पर लौट जाना चाहिए। वहीं, प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष ओपी धनखड़ ने भी फैसले का स्वागत किया है।

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