आरोप: केंद्रीय मंत्री ने कमरा बंद कर अधिकारियों को पीट, एक की टूटी हड्डी...भागकर छुड़ाई जान

By  Vinod Kumar January 22nd 2022 02:05 PM -- Updated: January 22nd 2022 02:50 PM

नेशनल डेस्क: केंद्रीय मंत्री बिश्वेशवर टुडू  (Union Minister Bishweswar Tudu) पर मयूरभंज जिले (Mayurbhanj district) में  दो अधिकारियों पर कुर्सी से हमला करने का आरोप है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक एक अधिकारी की हड्डी फ्रैक्चर हुई तो दूसरे को गंभीर चोटें आई हैं।

केंद्रीय जल शक्ति और जनजातीय मामलों के राज्य मंत्री बिश्वेश्वर टुडू  ओडिश की मयूरभंज संसदीय सीट से चुनाव जीते हैं। पिछले साल जुलाई में मोदी कैबिनेट में केंद्रीय राज्य मंत्री (MoS) बनाया गया था।

जिला योजना एवं निगरानी इकाई के उप निदेशक अश्विनी कुमार मलिक और सहायक निदेशक देबाशीष महापात्र के अनुसार, केंद्रीय मंत्री ने कल शुक्रवार को समीक्षा बैठक के लिए दोनों को अपने गृहनगर बारीपदा में भाजपा पार्टी कार्यालय में बुलाया था।

फाइल नहीं लाने पर भड़क गए मंत्री

समीक्षा बैठक के दौरान कुछ फाइलें साथ नहीं लाने पर केंद्रीय मंत्री टुडू उन पर भड़क गए। ऑफिस का दरवाजा अंदर से बंद करने के बाद मंत्री बिश्वेश्वर टुडू ने दोनों अधिकारियों की कथित तौर पर पिटाई की और कुर्सी से भी मारपीट की।

मंत्री की ओर से कथित हमले के बाद एक अफसर देबाशीष महापात्रा का हाथ टूट गया, जबकि दूसरे अफसर अश्विनी मलिक गंभीर रूप से घायल हो गए। घायल दोनों अधिकारियों को बारीपदा के पीआरएम मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भर्ती कराया गया।

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने एक मीडिया हाउस को बताया कि दो सरकारी अधिकारियों द्वारा दर्ज की गई शिकायत के आधार पर, बारीपदा टाउन पुलिस स्टेशन में केंद्रीय मंत्री बिश्वेश्वर टुडू के खिलाफ आईपीसी की धारा 323, 325, 294 और 506 के तहत मामला दर्ज किया गया है।

घायल अफसरों में से एक, देबाशीष महापात्रा ने इंडिया टुडे को बताया, “मंत्री ने पहले हमें यह कहते हुए डांटा कि हमने प्रोटोकॉल का उल्लंघन किया है। इस पर हमने उन्हें समझाने की कोशिश की कि अगर हम उस समय फाइलों के साथ उनके ऑफिस का दौरा करते तो यह अनुचित होता जब आगामी पंचायत चुनावों के कारण राज्य में आदर्श आचार संहिता लागू है, लेकिन वह नाराज हो गए और हमें मारना शुरू कर दिया।”

दूसरे अधिकारी अश्विनी कुमार मल्लिक ने भी आरोप लगाते हुए कहा, “जब हम दोनों मंत्री से पार्टी कार्यालय में मिले, तो उन्होंने अपना आपा खो दिया क्योंकि हम MPLADS फाइल लाना भूल गए थे। उन्होंने हंगामा करना शुरू कर दिया और हमारे साथ गाली-गलौज करने लग गए और फिर हमें प्लास्टिक की कुर्सी से पीटना शुरू कर दिया। हम किसी तरह भागने में सफल रहे।”

झूठे और निराधार आरोपः राज्यमंत्री बिश्वेश्वर टुडू

इस बीच पूरे मसले पर केंद्रीय राज्यमंत्री बिश्वेश्वर टुडू ने पंचायत चुनाव से पहले अपनी छवि खराब करने के प्रयास के रूप में अपने खिलाफ लगे आरोपों को खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि आरोप झूठे और निराधार हैं। मल्लिक और महापात्र और मेरे पास आए। हम करीब आधे घंटे तक बैठे रहे और चर्चा करते रहे। मैंने उनसे कहा कि केंद्र सरकार द्वारा दिए गए 7 करोड़ रुपये खर्च करने की फाइलें भी अपने साथ लाएं। अब वो बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं. अगर मैंने उन्हें पीटा होता, तो क्या वो  मेरे ऑफिस से वापस लौट पाते।

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