केंद्र सरकार की ओर से सेना में चार साल के लिए भर्ती स्कीम अग्निपथ का भारी विरोध शुरू हो गया है। इसके साथ ही सेना में भर्ती के लिए होने वाली लिखित परीक्षा में हो रही देरी का भी विरोध हो रहा है। इन दोनों ही मुद्दों को लेकर देशभर के युवा सड़कों पर उतरकर विरोध कर रहे हैं।
इस दौरान युवाओं ने रोड जाम करते हुए सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इसके चलते कई शहरों में वाहनों की लंबी कतारें लग गईं और लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। सैकड़ों की संख्या में युवाओं ने सेना में नियुक्तियों के नए नियम अग्निपथ को लेकर अपना आक्रोश जताया।
बिहार के जहानाबाद, बक्सर, आरा, सहरसा, नवादा और मुंगेर में सुबह से उग्र युवा हिंसक हो गए हैं। गुस्साए छात्रों ने रेलवे ट्रैक को जाम कर दिया है। इससे रेल यातायात पर असर पड़ रहा है। आरा में भी युवाओं का गुस्सा देखने को मिल रहा है। यहां रेलवे स्टेशन पर युवाओं का पथराव सुबह से ही शुरू हो गया था।
मुंगेर में भी युवाओं ने साफिया सराय भागलपुर-पटना एनएच 80 को बंद कर सड़क पर जाम लगा दिया। गुस्साए युवा रेल की पटरियों पर बैठ गए हैं। इससे कई ट्रेनों की समय सारिणी पर असर पड़ा है। अग्निपथ स्कीम के खिलाफ गुरुग्राम में भी युवा विरोध प्रदर्शन में उतर आए हैं। युवाओं ने गुरुग्राम में दिल्ली-जयपुर हाइवे को जाम कर दिया। हिमाचल के हमीरपुर, कांगड़ा में भी युवाओं ने प्रदर्शन किया। कई जगहों पर पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे युवाओं पर बलप्रयोग किया।
युवाओं का कहना है कि तीन साल से पहले ही फौज में भर्ती नहीं की जा रही है और अब चार साल के युवाओं को फौज में भर्ती किया जा रहा है। चार साल के बाद युवा कहां जाएंगे। चार साल के लिए सेना में भर्ती करना रोजगार के अधिकार का हनन है। अगर सरकार ने अपना फैसला वापिस नहीं लिया तो बड़े स्तर पर इसके खिलाफ प्रदर्शन किया जाएगा और आर पार की लड़ाई लड़ी जाएगी।