'ममता राज' में जल रहा बंगाल, बीरभूम में एक और टीएमसी नेता की हत्या
पश्चिम बंगाल (West Bengal) में हिंसा का दौर जारी है। बीरभूम हिंसा (Birbhum violence) के बाद से राजनीतिक हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। दो दिन पहले बीरभूम में टीएमसी नेता की हत्या के बाद 10 लोगों को जिंदा जलाए जाने का मामला अभी तक ठंडा भी नहीं हुआ है कि इस बीच नदिया जिले में एक और टीएमसी नेता की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। मामला बुधवार रात का है। पीड़ित का नाम सहदेव मंडल बताया जा रहा है।
इसके अलावा हुगली के तारकेश्वर में तृणमूल की महिला पार्षद को कार से कुचलने का भी प्रयास किया गया। TMC की महिला पार्षद रूपा सरकार को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका उपचार चल रहा है।
इससे पहले सोमवार को बीरभूम के रामपुरहाट में टीएमसी पंचायत नेता भादू शेख की हत्या कर दी गई थी। इसके बाद बीरभूम जिले के एक गांव में मंगलवार को कथित तौर पर कुछ मकानों में आग लगा दी गई, जिसमें आठ लोगों की जल कर मौत हो गई। पश्चिम बंगाल में पिछले महीने नगर निकायों के चुनाव हुए थे। इसके बाद से लगातार राजनीतिक हिंसा की घटनाएं सामने आ रही हैं।
मंगरवार को बीरभूम जिले में हुई हिंसा के मामले में अभी तक 23 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। इस घटना के बाद बागुटी गांव में दहशत का आलम यह कि पीड़ित परिवार अपने घरों को छोड़कर पलायन कर रहे हैं। वहीं इस अग्निकांड की राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) ने तीन दिनों के भीतर पश्चिम बंगाल पुलिस से कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी है।
बीरभूम हिंसा पर कलकत्ता हाईकोर्ट ने ममता सरकार को दिए निर्देश
पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में तृणमूल कांग्रेस के एक नेता की हत्या के बाद भड़की हिंसा में 8 लोगों को जिंदा जला दिया गया। इस घटना पर कलकत्ता हाई कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया है और इस मामले में कोर्ट ने गुरुवार दोपहर 2 बजे से पहले केस डायरी और अब तक की जांच रिपोर्ट जमा करने के निर्देश दिए हैं। हाईकोर्ट ने सुनवाई के दौरान कहा कि, सच सभी के सामने जरूर आना चाहिए। साथ ही राज्य सरकार को भी निर्देश दिए गए हैं कि वो गवाहों को सुरक्षा मुहैया कराए।