हथनीकुंड डैम निर्माण का प्रोजेक्ट बढ़ा आगे, सीएम मनोहर ने प्राथमिक रिपोर्ट को दी मंजूरी
हरियाणा के यमुनानगर जिले में हथनीकुंड डैम बनाने का रास्ता साफ हो गया है। गुरुवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने हथनीकुंड डैम की प्राथमिक रिपोर्ट को मंजूरी दे दी।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा है कि हथनीकुंड डैम हरियाणा सरकार का एक महत्वकांक्षी प्रोजेक्ट है। इस प्रोजेक्ट के निर्माण में यह रिपोर्ट बेहद अहम है। पानी धरती का एक अमूल्य तत्व है। बारिश के दिनों में पानी बर्बाद होता है और यमुना नदी के किनारे बसे क्षेत्रों में बाढ़ आ जाती है। इसी के चलते हरियाणा सरकार ने हथनीकुंड में डैम बनाने का निर्णय लिया है।
इस डैम का कैचमेंट एरिया लगभग 11170 स्कवेयर किलोमीटर होगा। डैम हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के क्षेत्र में बनाया जाना है। इसके बनने से हरियाणा को न केवल बिजली मिलेगी बल्कि पानी की आपूर्ति भी होगी। हथिनीकुंड डैम की बिजली उत्पादन क्षमता 763 एमयू होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्रीय जल आयोग की आवशयकता के अनुसार डीपीआर तैयार करने के लिए सबसे पहले सीडब्ल्यूसी की सैद्धांतिक सहमति प्राप्त करने के लिए प्रारंभिक रिपोर्ट तैयार करना आवशयक है। इसी कड़ी में प्रारंभिक रिपोर्ट तैयार की गई है। इस रिपोर्ट को अब केंद्रीय जल आयोग, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, यूपी, राजस्थान और दिल्ली को भेजा जाना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हथनीकुंड डैम के बनने से आसपास के क्षेत्र में ग्राउंड वाटर रिचार्जिंग होगी और इससे किसानों को लाभ मिलेगा।
इसके अतिरिक्त यमुना नदी के किनारे बसे क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति पैदा हो जाती है। इससे किसानों की फसलें खराब हो जाती हैं। डैम के बनने से बाढ़ की समस्या खत्म हो जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस डैम के बनने का फायदा रेणुका, किसाऊ और लखवार तीनों डैमको मिलेगा।