फतेहाबाद में पहली बार एक साथ 16 आरोपियों को उम्रकैद की सजा, प्रेम विवाह करने पर युवक की बर्बरता से की थी हत्या
फतेहाबाद/साहिल रुखाया: हरियाणा के फतेहाबाद के ढिंगसरा गांव में चार साल पहले हुए बहुचर्चित ऑनर किलिंग मामले में सभी 16 आरोपियों को कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। फतेहाबाद के ADJ कोर्ट ने 17 मार्च को 16 को दोषी करार दिया था। फतेहाबाद के न्यायिक इतिहास में ऐसा पहली बार होगा, जब एक साथ 16 को सजा सुनाई जाएगी। वहीं, पीड़ित पक्ष फांसी की मांग रहा है।
बता दें कि डोबी गांव के धर्मबीर ने एक युवती से प्रेम विवाह किया था। इससे गुस्साए सुनीता के परिजनों, रिश्तेदारों ने धर्मबीर की तड़पा-तड़पा कर बर्बर तरीके से हत्या कर दी थी। हत्या के बाद राजस्थान की नहर में शव को फेंक दिया गया था।
हनुमानगढ़ के पास सिधमुख नहर से कुछ दिन बाद धर्मबीर का शव मिला था। इस मामले में पुलिस ने 17 आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया था, लेकिन सुनवाई के बीच एक आरोपी की मौत हो गई थी।
ये था पूरा मामला
डोभी गांव का रहने वाला धर्मबीर बस चालक था। वहीं मंगाली गांव की सुनीता अपने मामा के घर हिसार के शीशवाल गांव में रहती थी। वह बस से आदमपुर पढ़ने जाती थी। धर्मबीर-सुनीता का प्यार यहीं से परवान चढ़ा। दोनों की जाति अलग-अलग थी और परिजन उनकी शादी को तैयार नहीं हुए। दोनों ने मार्च 2018 में घर से भाग कर सिरसा के छत्रपति मंदिर में शादी कर ली। सिरसा कोर्ट में दोनों ने सुरक्षा मांगी तो उनको सेफ हाउस भेज दिया गया।
कुछ दिन सेफ हाउस में रहने के बाद धर्मबीर अपने मामा के पास ढिंगसरा चला गया। 1 जून 2018 को युवती के परिजन ढिंगसरा गांव पहुंचे और वहां पर हवाई फायर कर धर्मबीर और सुनीता का अपहरण कर लिया। इसके बाद धर्मबीर के मामा ने पुलिस में शिकायत दी थी। पुलिस ने युवती को सीसवाल से बरामद किया था, लेकिन युवक का कहीं कोई अता-पता नहीं चला था।
ट्यूबवैल के कोठे में हुई बर्बरता
पूछताछ में खुलासा हुआ कि धर्मबीर की हत्या बड़ी बर्बरतापूर्ण तरीके से की गई। अपहरण के बाद उसे गांव सीसवाल में ट्यूबवेल के कोठे पर लेकर गए थे। यहां पर उसको डंडों व रबड़ के पट्टों से बेरहमी से पीटा गया। वह दर्द से कराह कर बेसुध हो जाता। होश आने पर उसे फिर से पीटा जाता। धर्मबीर को जब भी प्यास लगती तो हत्यारे उसे ठंडा पानी पिलाते रहे, जिस कारण धर्मबीर ने तड़प तड़प कर दम तोड़ दिया था।
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मृतक(फाइल फोटो)[/caption]
साइबर सेल की मदद से सुलझी गुत्थी
बाद में मामले का खुलासा हुआ था। धर्मबीर के बारे में कुछ पता नहीं चला था। उसके बाद पुलिस ने साइबर सेल की मदद से गुत्थी को सुलझाया तो सामने आया कि धर्मबीर की सीसवाल गांव में हत्या की गई थी। हत्या करने के बाद शव को नहर में फेंक दिया था।
बाद में शव राजस्थान के हनुमानगढ़ के पास सिद्धमुख नहर से बरामद हुआ था। पुलिस के अनुसार धर्मबीर घर में अकेला रहता था। उसके माता पिता का पहले ही देहांत हो चुका था, जबकि एक बड़ा भाई उससे अलग रहता था।