दिल्ली के मुंडका में इमारत के भीतर आग लगने से 27 की मौत, कंपनी के मालिक गिरफ्तार
राजधानी दिल्ली में मुंडका मेट्रो स्टेशन के समीप शुक्रवार शाम चार मंजिला व्यावसायिक इमारत में आग लगने से 27 लोगों की मौत हो गई। हादसे के बाद सभी शवों को बरामद कर लिया गया है। इस हादसे में एनडीआरएफ की टीम ने 100 से ज्यादा लोगों को रेस्क्यू किया है। वहीं, कुछ लोगों ने जान बचाने के लिए तीसरी से चौथी मंजिल से छलांग लगा दी।
अभी भी अंदर रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है। रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए एनडीआरएफ की 3 टीमें और लगाई गई हैं। अभी भी 28 लोगों के लापता होने की सूचना है। बताया जा रहा है कि आग इमारत की पहली मंजिल से लगना शुरू हुई। यहां सीसीटीवी कैमरा और राउटर बनाने वाली कंपनी का ऑफिस था। धीरे-धीरे आग दूसरे और तीसरे फ्लोर तक फैल गई।
जानकारी सामने आई है कि इमारत के पास अग्निशमन विभाग की एनओसी नहीं थी। हादसे में जिंदा बचे लोगों ने बताया कि वो अंदर काम कर रहे थे, बिल्डिंग में अचानक आग लगने पर बड़ी मुश्किल से समय पर बाहर आकर अपनी जान बचाई, लेकिन अभी भी कई लोग अपने परिचितों को अस्पताल और इमारत में खोज रहे हैं। लोगों ने आरोप लगाया कि आग लगने के समय ना तो दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंची और ना ही कोई अधिकारी सामने आया। समय रहते आग पर काबू पाने के प्रयास किए गए होते तो कई लोगों की जान बच जाती।
इस तीन मंजिला भवन में पहले फ्लोर पर मैन्युफैक्चरिंग यूनिट थी, दूसरे फ्लोर पर वेयर हाउस और तीसरे पर लैब थी। बताया जा रहा है कि सबसे अधिक मौतें दूसरी मंजिल पर हुई हैं। हादसे के समय दूसरी मंज़िल पर मोटिवेशनल स्पीच चल रही थी। इसी के चलते यहां ज्यादा लोग मौजूद थे।
उधर, कमर्शियल बिल्डिंग में फैक्ट्री चलाने वाले मालिक हरीश गोयल और वरुण गोयल के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। दोनों पर पुलिस ने गैर इरादतन हत्या के आरोप में अरेस्ट कर लिया है। बिल्डिंग मालिक मनीष लाकड़ा हादसे के बाद फरार हो गया है। कंपनी के मालिक वरुण और हरीश गोयल के पिता अमरनाथ गोयल की भी आग में झुलसने से मौत हो गई। जानकारी मिली है कि बुजुर्ग अमरनाथ गोयल आग में बहुत ज्यादा झुलस गए थे और अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।