जानिए हरियाणा में स्कूलों को खोलने पर क्या बोले शिक्षा मंत्री, किस फॉर्मूले पर कर रहे काम
रोहतक: कोरोनाकाल में बच्चों की पढ़ाई पर गहरा असर पढ़ा है। स्कूल पिछले दो सालों से नियमित तौर पर नहीं खुल पाए हैं। बीच बीच में सरकार ने स्कूलों को खोलने की कोशिश की है, लेकिन कोरोना के मामले बढ़ने पर स्कूलों को ताला लगाना पड़ रहा है। देशभर के साथ ही हरियाणा में भी यही हालात हैं। कोरोना के मामले बढ़ने के बाद कुछ दिन पहले हरियाणा सरकार ने स्कूलों को बंद करने का फैसला लिया था। सरकार ने 28 जनवरी से स्कूलों को खोलने का फैसला लिया था, लेकिन हरियाणा में 28 जनवरी से स्कूल खुलने पर अब भी संदेह है। शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुर्जर ने कहा कि हमने 33 प्रतिशत बच्चों के साथ स्कूल खोलने का विचार किया है। सप्ताह में तीन शिफ्टों में स्कूल खोलने की योजना पर सोच विचाल किया जा रहा है, जिसके कारण सोमवार और मंगलवार को 33 प्रतिशत बच्चे, फिर दूसरे बैच में बुधवार और गुरुवार को और तीसरे बैच में शुक्रवार और शनिवार को स्कूल खोलने की योजना पर विचार किया। शिक्षा मंत्री ने कहा कि विशेष तौर पर मोरनी जैसे एरिया में नेटवर्क की दिक्कत है। इसलिए इस एरिया में स्कूल खोलने पर विचार किया गया था, लेकिन कोरोना के केस कम होने और विशेषज्ञों से राय लेने के बाद ही स्कूल खोले जाएंगे। अभी इस पर अंतिम सहमति नहीं बनी है। शिक्षा विभाग ने सरकार के पास 9वीं से 12वीं के बच्चों के लिए स्कूल खोलने की फाइल भेजी हुई है, जिसके तहत 28 जनवरी से स्कूल खोले जाने की बात कही गई है। [caption id="attachment_533680" align="alignnone" width="300"] [/caption] बता दें कि कोरोना की तीसरी लहर के प्रभाव को देखते हुए सरकार ने एक जनवरी से सभी शैक्षणिक संस्थान बंद कर दिए थे। हालांकि पहले 12 जनवरी तक स्कूलों को बंद किया गया था, लेकिन बाद में इसकी अवधि 26 जनवरी तक बढ़ा दी गई थी। स्कूल अध्यापकों व अन्य स्टॉफ के लिए 50 प्रतिशत हाजिरी के साथ स्कूल खोल दिए गए थे। तब से बच्चों की ऑनलाइन कक्षाएं चल रही हैं। [caption id="attachment_533681" align="alignnone" width="300"] [/caption]